পাতা:ঢাকার ইতিহাস দ্বিতীয় খণ্ড.djvu/৪৯৫

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3. f ज*ब्रजन ब्रांबदश्श्रृं । Soo . ענף זינג ; স্বপন কৰিছেন শাৰী মাণ কাল চরিতের প্রস্তাবনার কৱিৰায় बछ पांडरकङ्ग अठि जीएन* यक्षांव कtब्रन । शश्वनtनन cनरे इॉझिडरे छांश बानिङ गाविा चो भज्ञे नर नबाबर्न रूबि॥ ब्राडवानी रश्ड ननाश्व रूुन। सल्लग cनन भनि अड्डार इत्रीराम्रै पाश्व्व गवर्नम करिनब cर, गलि ৰিয়োগ বিধূর পুত্ৰৰ কর্তৃক্ষ

  • गठठा विद्रड रांब्रि नृठति निविन यूश । जमा कांड कूठांड द इ:ष भीति कजफू cय" ॥ गिरै कठिी श्रृश् ििउप्उ णिश्ठि बश्शिाश्। हेश गषिा३ वल्लाएन भन्न भूल cश् ॐरश्न श्रेष्ठा छीन अवः बाणजेौदी कदé विभक भूबावन्नमब्र जांश्च क्tिणन। S DDDD DDD DD DBBB BBB D DDtBBBB BBB BBB श्री गरान जागान कदार बनागलन गयो हरेण जारकिर पन, बा, षष्ठ

এই আখ্যারিকাট v হরিশ্চন্ত্র কবির প্রকাশিত পুস্তষ্ণে পৰিলক্ষিত হয় না। (क) दांच्चांकूद ॐनत्र छेडग्न दल्लॉल छब्रिष्ठ३ छान नश्ब्रां८इ ॥ 8शी जांगण छैब्र ਆਿ अश्ठ बगिइ छैछद्र भूतप्क३ प्लेब्रिश्ठि श्झेtशs अकथानि भूतप्कद्र छोराब्र नश्ठि जनद्र चोनिद्र किडू वीज बिल गांश् । (ঞ) এপিাটৰ গোসাইট প্রকাশিত পুস্তক আনৰ ভট্ট কৰি “नक छडूर्वन भtठ प्रकूश बाबांबूछ । cशी ७ङ्क रिडैौद्मश्रीः एठश्च खिक्षि क्षीणं ब्र” ॥ चरी९ २००९ नक (***• १: जल) cभौष माना उन गएका रिडीशक दशैन-"डिद्र बग्रठिषि बांगला बरे अश् निविड इरेशाrरू । ४ शीश्कक्ष कविद्रङ्ग अकविठ भूखक फोक्ष छाँ रूईक: "बॉब ब्रस ब्रांजनूरेजश्लtनन्छ नवांश्रेिकः । । শাকেৰু বৰ্ণীৰ মাসে জাতির্বশিন্তে দিনে । नकईौनगरङ इtखां वह विवृठा पूर्वनि चञ्च खि अमावांप* उ९णानि कमनॉर्मिङनु' ॥ &>