পাতা:বঙ্কিমচন্দ্রের গ্রন্থাবলী (নবম ভাগ).djvu/১১৬

এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

७८ए बषबींषि । चांबांइ चर्षण क्षबिंs সতত খেলিতে হরি, निचांग पॉईड cबांब्र, खनटब्रव्र बांक । ७एद् द्धबबाज ! ८कन न रहेनि छूहे. कांनब-इइव, ब्रांषांटतथबांषांब्र ! না তেম আত ফুলে, ৰাধিতাষ ভোৱে চুলে, क्लिकन चैोंचिंबा बांण1, अंब्रिख्य हांब ॥ ८षांब ॐथंi१ांक्षांब ।। ८कन बी हदैटज छूक् िक्वांटमब्र किब्र१, ওহে হৃষিকেশ । ৰীতাম্বনে বিষাদিনী, বলিত বৰে গোপিনী, বাতায়ন-পথে ভূমি লভিতে প্ৰবেশ। আমার প্রাশেশ । cरून नां हरेरण कृषि क्रिक4 दनन, *ीडtदब रुद्रि १ নীলবাস ভেরাগিয়ে, তোমায়ে পন্ধি কালিয়ে, बांविंडांब दष्ट क८ब झवद्र-डेनदि । जैौडांचब्र रबि ! ८कन बां श्रेरण छांब, ८षषांटम व जांटइ जश्नांटब इनबच्च । किद्रांरख्य चॅांषि क्ष, দেখিতে থেভাষ ভখ, মনোহয় এ সংলাস্থে, রাধামনোহয়। * शंबण छ्वश्च । ஆ - (श्वश्च ) ८कब बां हदैछ चांवि, कनांटणद्र ८षांटब, . cरौदध्नध्च झण-छण । जदैवां कवण-कणर्जी, সে জলাঙ্কারে প৭ি, জালিয়া ফুটিতে জালি রাৰিক-কমল— षडूनांब जण ॥ ८क्न न ददैछ चांकि ८खांबांन्न छब्रज ब्रांषेिक जांगिटण जटण, जांफ़ेिब्रां दिराज्ञांणव्हाण, ८नांलांखांब cवह डांञ्च नवॆीन बणिबैो কেন ন ৰইঞ্জ আমি, তোর জয়ন্ধপী, মলয়-পৰন । ভ্ৰমিতাৰ কুতূহলে, ब्रांषांब्र कूडज भटन, ८ण चांबांट्स eथांबंश्वन ॥ ८कन बां इदैछ शंद्र ! कूषणबद्ध गांव, कtéब्र फूवनं । ७क बिन चर्शश्टर्थ, बकिम्ब ब्रांबांब्र बूक, छाजिष्ठांब निर्ध्नि ८ग्रं८ण औबन-वांछनcषं Gच्च छचन ॥ ८कन बां हरेह चांवि, क्लबकद्र-cणषl, ब्राँषांब बद्मं । बiषांब ।ेौग्घ्ा cषंदरः, ब्रांषांब्रि छiविश्वl cब८षं, फूणांखांब ब्रांषांब्रहण, चछजनवनপর দুলাল কেমন ? cकब नो हऎइ चांबि, ठिकव दगम, ८षड्-चोंबश्वं । cखांबांद्र चटगtछ cषटक, चावब्र छबम ध्व८थ, चकल इदैटब इरण इंटख्य छइन,हूरि ७ ईfक्षपण ॥