পাতা:বঙ্কিমচন্দ্রের গ্রন্থাবলী (নবম ভাগ).djvu/৭৭

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ৰক্ষ্মতত্ত্ব । कङ डेiहांब्रl eननवैडि cगहे गां€cणोकिक चैफिरख ভূৰাই দিয়াছিলেন। ইহা প্রতিবৃত্তির সামজতযুক্ত जइनैणन बtश्। oवनवॆखि ७ जांर्करणौकिक यौष्ठि $छदब्रव्र चइनॆणन ७ नंब्रच्इ गांधबज्ञ छांहे। छांक शBग, छविशाउ छांबउक्र्ष शृषिवैौब cवंé वांछिब्र चाँगन बिह१ कब्रिएछ नूब्रिएक् । चिषा । डांझ लख१ पञांश्रृंबांब खTांधTांड जङ्घनैजनওৰ বুঝিতে পারিলে ও কার্ধ্যে পরিণত করিলে পৃথিবীর সর্বশ্রেষ্ঠ জাতির আগম গ্রহণ করিবে, ভবিষয়ে चांषांब्र च५षांज जरवर नांदे । পঞ্চবিংশতিতম অধ্যায় । পশুগ্ৰীতি। ७ङ्ग । मीडिष्ठसृणचकोब्र चनंब्र ७क४ि कषां वांकि जांtइ। चक्र गकण षtéब्र च८गक श्कूिप* ८ष cथé, ठांशांच्च गङव फेलांहब्र१ि cनखब्रां यांहे८ठ *ां८ब्र ॥ ५३ ॐवीडिउद्ध शांश cखांशांटक बूकfद्देशांव, देशंद्र डिड८ब्रहे তাহার কত উদাহরণ পাওয়া বাইতে পারে। হিন্দুদিগের জাগতিক প্রীতি বাহা তোমাকে বুঝাইয়াছি, डांशं८डई देशांब्र क५९कांब ऐंठेवांइब्र१ नांदेब्रांइ ॥ च्षछ ধর্শ্বেও সৰ্ব্বলোকে বীতিযুক্ত হইতে বলে বটে, কিন্তু डाँशंव्र छे'बूङ भ्रूण किइरे निरुत्र कश्प्डि भोप्द्र ब । श्लूि-वटचैब uई बां★डिक चैौडि बर्णखtस्र मृछ्रबरुग्ण । धेदंcबद्ध गर्कदाांशकठांब देशंद्र खिखि । श्चूिनिटनंब्र बन्जउिचैौठि जषांtणांझनांइ चांद्र यकी ' sहे ८वर्छsांब थषां१ नांeइ यांब्र । श्मूिक्टिनंब मन्नष्ठिèछि जछ बांठिब्र च्षांनर्नश्ण , श्लूिषtईब्र বিৰাগ্রখ ইহার কারণ। • আমি এক্ষণে প্রতিडङ्ग-बाँधैठ जांब ७का अंशां१ लेिख । केब्र जर्सीङ्घ८उ चाँप्रश्न । खरे अछ गर्तङ्कङ गषमृ४ि रूबिरठ इहेtव। किरु गर्लङ्गठ वणिरण cरूबण भइव बुकाबू ब । गयछ बौद गर्कडूठांउर्गड । चङ4द . *उनंनं७ यहtबाब्र यौछिद्र शांब । षष्ट्रवाe cषञ्चनं প্রীতির পাত্র,পশুগণও সেইরূপ প্রীতির পাত্র। এইরূপ चण्डनखांनं चांब cफांच षट* नांदे, cरूवण श्कूिषाई ७ श्रृिशं श्रॆरड ऎःऽचन्न cर्सौष्ठुषां चiङ् ि। . ० बांदू ध्वनोष पन्न अंगैङ श्मूिर्वािह-विक्ञ्चक भूखिक (नष । ԳԱ निषा । कषांs cबोरुषर्चे रिबूद* श्रेष्ठ नाहब्रांरह. बां श्शूिषई cवोरुषर्च इहेरड नाहेबां८इ ? গুরু। অর্থাৎ তোমার জিজ্ঞাস্ত যে, ছেলে ৰাপের विवब नॉईंबांरह, न दांनं cशरण* विषब नंदैिवांtइ ? चिंषा । बां★ों कदन कधन ८इ८गघ्र बिंबब्र शांइ ॥ ওঙ্ক। ষে প্রকৃতির গতিবিরুদ্ধ পক্ষ সমর্থন করে, ●थशां८चंद्र डांब खांशंब्र छेणब । cबौकरच थशां१ कि ? f निषा। किइहे ना cवांष इब्र। श्कूिगएक अंशांन खङ्ग I cछ्रण बांटनंब्र विदइ नांद्र, ७हे कषाहे व८षठे। उiशं शफ़, बांचगानब्र छैशंनिष६ वंष्ठि উদ্ধৃত করিয়া প্রমাণ দিয়াছি যে, সৰ্ব্বভূতের ৰে সাম্য, देश थोल्लेौन cवानांख थई । चिंबा ॥ किरू cद८न छ जयं८घषांविग्न আছে । গুরু। বেদ বদি কোন এক ব্যক্তিবিশেষ-প্রণীভ यक्षांनि अंश इश्ङ, डांशं श३८ण मां हब cबरनब्र <यंडि चनजछि cनांष cशeब्रां घांदेड। Thomas Acqunas गरण इवrहैं c~न्गटबब्र गपछि cर्षेiबां বতদুর সঙ্গত, বেদের ভিন্ন ভিন্ন অংশের সঙ্গতির गकांन७ उउमूद्र शक्उ। श्णि श्रेष्ठ चश्रिनाइ पटर्वइ উন্নতি। খাৰু। হিন্দুধর্মৰিছিত “পবদিগের প্রতি चहिरणां* श्रृंब्रष ब्रभबैइ श* । य८ङ्ग देशंब्र चइनॆणन कब्रिटव । चश्मूिबा वरङ्ग देशंब जइकैगन कब्रिब्र पां८क ॥ षांझेषांब्र बछ दां 5izवद्र छछ वा छग्निदांब्र बश्च षांशंब्रां cनं, tषष, बचंiब्रि श्रृंॉणन कts, चांषि কেবল তাহাজের কথা বলিতেছি না। কুকুৱেন্ন गांरण षां७ब्रां सांब नl, छषंiनि कङ गाङ्ग बोटेizबब्र कूकूद्र *ांणन कटद्र ! छांशं८ङ डांशं८णब्र कठ प्रर्ष ॥ चांधांरक्ब्र cभरलं रूड शेोtणांक विफांण चूंविब्रां च-छाহীনতার দুঃখনিবারণ করে। একটি পক্ষী পূৰিয়া কে न श्री रह ? चांबि ७कणों ७कषांनि हेर८ब्रजि sळह পড়িয়াছিলাম,—ৰে বাড়ীতে দেখিবে, পিজাৱে পক্ষী चांदह, बॉनिटब, cगईं बांछौष्ठ ७कबन बिछ बांछ्व चांदह् ।। ॐध्षiनिद्म नांश् षट्त्र नॉं, शिक्ड विख कॉइरषद्र कषा बद्दछै। नसक्tिअब ब८षा cश श्चूिक्tिश्रब्र विनंद वीडिब्र श्राद्ध । cत्राक्रद्र छूगा श्नूि4 नब्रtषांगकांग्रेौ चांद्र cरुश्रॆ बट्श्॥ cशॊध्षं श्रृिं षि5ौष्ा बौवनश्रृभ्॥ दिकू यांश्ग cछांबन कदब्र न ॥ cव चव्र चांषद्रा rछांजन रूबि, उांशं८ख चूं?कब्र (Nitrogenous) छपा वज़ चब्र, ६गांक्द्र इ* न षारेण cग चलांब cषांश्न श्रेंड द्भिखि •