পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৪৯১

এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

8% dג לאד-וואeאידו ושדאו } א DD DS DDD D DDD DD DDD DD DD DD DD DS DD DD D S tानांश, t,ऐशं९ण श शंग् शिा (गिाश् गरीरे शी, पनs wशं शंस् ईरे मि झां। क्ढ़ि कांशिगरे ७ १ी शं न? चांद्र जर अंग कांब श्गि। ५णीन एाइकौ ५र गरिशैः (गंगा,छिशाक्श िअग्ला पृग! 6 स्गिशाशक्षा संद गंगा क्| अंग सं।ि tरशांशी शैरात्रा मूल चाशगा क्र हवा शशि अंतिष्sगांश "ा गरे। क्रि.५न 6 शौ। रगिाइ। शहा इका श्, उशी शैः शंकौ ध्वनि शंस् गरे शिश्न, गौ देश कतिारे णि षषिी धनर्मा तु, शिंति नाना नौज् शंशप्तः ख्रि विांश्, शशी षां (सांन सांनिरेि। पूण७शै, ५ गताग िरि छिल्ला झोस् (नरेश्6शशेष प्रि, (स्याशा िशैरा ािा रासा शहर ! जग्न र 6 शौिन शोभन कस्गिित। T • रगिाभांगिाइ (, शंका राष्ट्र श्रेण(ग एांशंस गरे ओिं काषा की गशार, uक|श्रधान ऐिं, त् ितिष्ाल ? ति षींश् (त शप्तः इंगिाउ १ीtा? शंक्वांत चांत (कांनानि (ग (१ (शिरति ब७शरे रtत यांन! गरिशै; तर्ष (ग थी" नन्निए शशंठ इति लि। (शैः शा एांशं (शंनारे प्रांत आहे, एांशात (क्रणशंक शांक्षितःि षणॆना राज नििश तिा। शिरां१ि७शतः। (शन षतिां नरे। श्ञां अंश का झ* *रैश:९थाइन गरे। शंगां भ्रांगिा ऐी कििस्ट रिशृषग ¢र षक्षिाऽर उiशन ऐन षtा रिहरू रहेका छैन। प्लांसा (शौरे षांश रुन बारे (*, निद्रश्न ५७ नैष शिशिर, शंकरेtग शाना घांनाक गि कारेशांश्, शा. লিনি একাধটি রেঞ্জাং গ্রয়োজন বোকার नारे। तिानात् हN ऐरिए श्रेष्ठ (शि (ग शैज्ञात झो छैन। अंग्ला निश श्रेष्ठ इंफांसँगै छ भ; ऐशः ७१ ििगज् स्,ि िअिग्नु उनि घर ििष्ठ अख्नि। तिरु झांसाह कईसा घराष्ट्रशांत अिििन्त ? गििर श्ष् पाश् ािन्त ज्झ गिन। "सिझझिनश्रित स्थिा र घाँ शाक्षण ो... तें नििशज्ञशांत ऐश्रा गरी श्रेो गि। इश पर गहन ििण् गरे। स्ािंततःि नििश्चतानि। ौं6ुनिराशैलि, wश शंज्ञा गिरन। असािरे न संश (आ। बाण तत्र तिा ५R५ाौ रतःि।। छ्रुणैः शानि कानि गींश {रशै। निश्नि {ि। १ीक्षाहे शन शन विा निः। (नि। (तेस् स् शिष्प्रेअंन। रेशा পর ডেবেলেনি কাটাৰে,তাতে আধ গ্রান্ধ शरीरे हरेर। षांत (रुषर्ष कांशत९गा उशी घांtशीर रुतिाए शेर न। निक्क शशत ५क्रांत ताि नि शिंशा ( शृतिशशिनि,७ांशस् १११ शंरेशा घाँझर जंश ििफ्ना श्ष्ाि नििश्। थी; (कांश९ (कांनी १शाकरे (ग गिबन शस्त क्रूः करि न। छांशंस नृशंगांना रुशिह शीश् ५*न व#उ tसरे र जहाँ उशन करी झ१ 'रेश१९(क्श्मारे। १ौगछिशक्गजश्न अंश शि हरे ािइ, श्छद्गां निश्शन करी एशन8 इ१ १ीरेज् हरेर न। ऽभिौत शब्द দাত লাগিলেও গিাড় গায়। কিন্তু ডায়ার क्री (रनै छरिॉा घरगा एांशाग्रे र (कांशी! रे' ण गणीतः १ीतःि॥१ रेि, (श (नां निवः। नृञ गण, बागे{र्थश नृग्न भाषांतरे शि अश्।ि* छरैiः क्षी शांश dनि छांशन शब्द शः ति न गाकर। श्छद्गां कांशंत९ जांशांउ शिां भ्रान्क्षिाक्ाित हाँशेछ हेर्न। ोिशीरे ल कला क ः ,ि का वर्षींश्नांर्क(१शंशं श्रीररे¢क (कन स्री गरे। शरग्निौं; त्रिष्टा ५कों १ीक्षां, गन्नाशन शतःि श्रे षांश्। ५णॆनानि.सी.्ग(नांौ।