পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৭৪৯

এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

wo शंग(गनि शाश्वास्त्र(स्तनािा,क्षा छाउरा गि रेि७१मघाम झांगििौ घोप्न पाक्न। कणी इं र गि श्रा (न। रुगुगि शtाष९ ति९ि शीघ्नर्विग्ना शि, छह कि बॉशै। कोश्ािरे छाड्नो १रुज्-हेऋा प्रितजैङ्कि १११मा १ छ|७ोष्6 श्रृंउ प्र, रुक्न सिह शुण सृु (कोप्न जाँछ्6 (श्रेष्ठ न|! अिप्लदछ३ (छगोरु गरे गश् स्क्राउ छ, क्6ब रौनार्कमজানী বাংলা মোট কাণ তোলেন। বড় জন্ম (रांर शग रफ़्षे िरफ़्तार करु झषा रुष सगाउशन,७ र क्शन (आनन्,"Jर्शन शेक्स् इश७ शर गारे १ीकाछ शर!' रु१ञ8 त"नि भांशान श, (झगा कांश् शानिक रुष्ठ ७णन छूर्षि!" श्रे घा* शतिरे ऍस हिा प्रांगण् श। ऍाः पाशै। ત-ો, * शग, स्प्रेिझ tशा भाषा काठ१rार ि चां श्रेिति अतtशा शकए भार' ছোটীি উৎ বললেন, "মোছা বা কম। आशराष्ट्रवाद!dग पनिगरागैशताि নিয়ে এখন মােৰ মে না রেলে এর গ शस्त्रासैीौ शर निी तििरति6। ताि हि ुरेशैीता भी, भीष्म (ग्न न प्राप्ता (जागारं (७) (बाँका सांह शांशज् श्र।' सप्तार् (लरगणग्, "नि एता एका (रा रः হচ্ছে,সেন্ধান্ত ভূমিত্ৰে নাছোটনা! ওলোকে স্বা ष्ट्रिनि(शाशिष्ट शंकर शं७।" tशौि और शा (गन। शाः श् ि(ग्रे, ए' षांसि ता (सांत्रीनि। तुिं नििश्ाशैः গড়ে সানরেঞ্জন বড়টি স্বারোটা ডিজ DDD DDD D DDD D DDD DD DD DD DDD D DDDDSDD BB BB DD BBB D DD DD DDD DD DDSDDS DD DDD DDD DS S हाण् न or ऍा (रन ५क श्नकू शारे नि दशहा श्रे१ि११;५(शा९ १िrा शान ब्ररेणन। क्राउ प्रां,ि प्राप्त भां प्रिङ्गर (क् ? सांर (स्था (रु गारशौभाशश५(शॉगर शङ (कूल शीघ्नए ना,6न १ीक रंगह दीश !" शंसाग। ७श्न छ (शा आ१ऐष्टि शाश्। कन 1ष्ठ क िक्गांशीशः शश् ऐकन शा ऐश्, शूगरक्षा निर्झ तििरु गर्श िशक्षिा (शंशा भूप्लश् (t१ (शोणिौtशः शिक्षा काळ एां शतः ऎ'लन।। {नि ििन (इणता १ीरी गृशा शिन संशंसीoारभीतः १ा गारनिौरितः सौि श्रीप्रण, (नि रफ़्तॊ राघांक्ष झा ऍन कशीर्शन प्रिण् गिम्ला, घरुङ्गणि (श्वरप्लेसा पू१श९ि घांनाक ऐबग शो ऐंग्लश। ऍार विां, (शश এনি তো লোক মদন; কোনো কিইচোংরি দেখেন, আগনমান আপনার ধাঁড়ে থাকেন। ড भगिो(Myप्रैगरी,७क शिक्षा क्राउ प्रिगरे शौचाश। छिपा गौना गिलस्ि श्नाङ्ग १rष्ट्र रफ़्रां{९ छूठ १ठ ब्राशै शगन টিক ডেকে সাবানীর বিয়ের বাবার নিন। যাক शंगैः षाः dश्न भांश्8(रा (ग। (शक्लेि शक्ष छांग रा, गई शाशंशिः (शात झाग स्नाए লেগে গেলেন, সম্বর থেকে যাবান ও ট্রীম গাউড়াও घानाशन। राष्ट्ररप्ले राष्ट्र शाइ१ीन ५१त्र शाहे शॉाज्रे যেন দে, দা বাটলে বা বানাপূর্ণনা (न, गूक, स्नभू,गरंटे 0 निषां★र्शित {१.स् १ी। नििहतः राण(ोतिां एति प्ाि तानि দেখে তার মনে নোনিয়েটিনিশ্চয়ই বেশ মজার। (ग९ शत्रा घनत्व छाड्न थशैक्क्फ्ना हेन। शंशा ११शगdनि संत सांराः शठ गां★ग, शंस गरे নেগে, আর তো বই এলেন। ছোট ীির ভাবনা शिष्wक्षारे (जरौ, ७ नरेण धन शाशौ रछtरनैtराy(/। कशोणिनिति का (शन ऐग्निा गित! (शा ,०निगशग (रगङ्गा बािर बारेacएरहुएँ पो ग्रे ग र ग थांश! तिा ग त पागस्तो ौिलिक्सि,"झिगुण