পাতা:প্রবাসী (ঊনত্রিংশ ভাগ, প্রথম খণ্ড).djvu/৯৪২

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  • ौनाषा ऐ११ धानक इकृश्नि। सधैं निष्ठांश (हालांशr-अंशः षांशान पाइएक री,ि न षांश् क्टूि। राग्नेऊ शक्छि (कांना १ण्ि (श्षांत िर्ति रुति गांशशांश्लेजु झा (ण तर्श इक्लिा;िषांशज्ऊ dरेंदूरगिगरे गिरtा राशै इति शशश् रेशिtा ४शीनरििन॥