পাতা:প্রবাসী (দ্বাত্রিংশ ভাগ, দ্বিতীয় খণ্ড).djvu/৮৭১

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চৈত্র কষ্টিপাথর-হিন্দু এবং জারবগণের মধ্যে সাহিত্য সম্বন্ধ دeم ইsণ ও চটল খুদ্র ব্যাপারের কথা । ষাট বৎসর পূর্বে ভলিকাতায় হড়বাঙ্গর অঞ্চল প্রধানতঃ বাঙ্গালীয় সম্পত্তি ছিল এবং खtनक बछु बछ भल्लांछन्नैौ बावनां७ बांबार्कौब क्लोरङ झिज ॥ टथन७ गछ बछ cछौrमब्र छtनकखलि मृ९ऽकि श्रृंक्रयांशृङ्गरम बाक्रांजौब्र श्रीब्रख किल ॥ डिख खांख जन्रष्ट बक्लवाऊाँड़ जकल--७धन कि. छिंखद्रश्चन এভেনিউ পর্য্যন্ত ৰাঙ্গালীর কচুত । অধিক কি এ-সমস্ত জমির DDDDDDDD DDD DDDDD DDD u DS DDBD DD BBBS গিয়াছে। আর এই অঞ্চলে বৎসরে যে কোটি কোটি টাকার আমদানী BBBD DBBBS BBB BBBBBDD gD DDDC DDBBD DBB কি-না সঙ্গেহ । এষ্ট ত গেল কলিকাতার কথা । সমস্ত ৰাঙ্গাল ও জালাম জুড়িয়া স্বত্ত ধান, পাট, সরিষা ভূধিমাল—এমন কি, সমস্ত ক্ষেত্ৰজ ফসলের ব্যবসায়,-wাহী স্কুরোপীয় ও মাড়োয়ারীর একচেটিয়া। তা ছাড়া বত জামদানী মাল—যথা—বিদেশী ও বোম্বাইয়ের কাপড়, কেরাসিন BBDS BBBSEHHH DDD DDDD DDDDDD DDD DD DDS কলিকাতার বাবতীয় স্বাঙ্কে প্রত্যহ লাখ লাখ টাকার কৃষ্ঠী চেক ড্রাফট *ठाक्द्रि श्रोबांन-टशांन इब्र, ठांज्ञो७ जूलठ: शांत्रांजौब्र होउ भिन्न बाझ । ८वल शांकिटल कांटकब्र कि ! होच्च । इङडां★ा बांक्रांदौ । ইহার শতকরা কয়েক অংশ তোমার, তাহা ভাবিয়া দেখিয়াছ কি ? মাসিক বস্বমতী—মাঘ, ১৩৩৯ ] হিন্দু এবং আরবগণের মধ্যে সাহিত্য সম্বন্ধ সৈয়দ সামসুদিন আহম্মদ श्छिन्नैौ यथब भटाकौब्र अषा झईरङई चाब्रवद्र बूनजयाननन जिल्लाप्रभौग्न मांकिङ बिशखक diइीनि अत्रूषांश जीब्रख क८ब्रन । निब्रिम्नां BBBDD DBBB BDDBD DBLSS BB L BD DDBBD नूछक निङ टीबाग्न अशृदोष कtद्रन । भtब्र श्ब्रां५ छैrहांप्क्द्र श्रांननाशैtन यांमिरज छैॉछांद्ध हैद्धांनौञ्च ७ नष्कृठ छांबांब्र विछिन्न थकांटब्रब्र शूखकजबूझ चयूबांध रूटबन । शजिनों भनश्द्ध थठौर विtजाॉ९नांईौ झिटणम । ॐiहांब èख् छ्थाॉठि सबिंद्र निबू शहैष्ठ ●काँs dopntation-4ब्र সঙ্গে জনৈক গণিষ্ঠ ও জ্যোতিষ শাস্ত্রৰিৎ ধিন্দু পণ্ডিত একটি সংস্কৃত जिकांख्नङ cबांश्रधांटम छैणञौड इन ॥ थजिनांब्र जारकथांबूनांटब्र डिमि ऐव ब्रांश्धि कोछोब्रि मांप्य थजिनां★ बद्रदोब्रटिष्ठ खtनक विशांड जकश्नोज्ञविटप्रञ्च भङब्रडांग्न ठांझ जांद्धर्बौद्दछ अक्रूशाम कटब्रन ॥ खांब्रटडब्र &थडिडांब्र अहिएछ जांब्रववांनिनंटलङ्ग dई थथथ ऋब्रिकृग्न । शनित्रn DKCSKSBBBB BBD DD DDD BBBD BBBBB BBBDHBDD DDDD इऎब्रांछिtशन छैiछब्र' &यमों★ कब्रिब्रॉक्विट्जन cष, छांब्रटैौग्न यडिड1 অমুল্য। পরে বারমাদিগণের উৎসাহে ও সাহচর্ঘ্যে সাহিত্য, জ্যোতিষ, কলিত জ্যোতিষ, চিকিৎসা ও নীতিশাস্ত্রের বহুবিধ পুস্তক সংস্কৃত হইতে জনুদিত হইয়াছিল।... 態 थाब्रtबद्ध भूमजयांननं4 बिtअबडां८ष ॐझर्ष कमान ८ष, ॐiझांब्री ७क हरेरठ बग्न नई:ख भ६थाांन#नs*ांजौ हिन्नूटबद्ध बिकन्नै लिथिब्रांtझब ॥ DD DBB LLHDD HBBLL DD BBBS BBBB BBB चष्ट्रकद्र१ कब्रिब्रांtछन ॥ ३छ्रेcबांगाङ्गनं५ ॐiशष्णब्र बिखb ॐ यथ1 बिथिब्रांटक्कन अबई छैiइiक्जिरक “जांब्ररोौ नरशा”ि नांध क्म्निांtइब । ?क cकान् जबग्न जांबाबद्र बूनलबांननन हिन्बूटशब निकछे छङ यनाजी निषिद्रांपइन डांहीब cथकुछ ठष cनीच्न ब्रहिबारह ॥ see हिजबैौष्ठ cय छिन्नूलसिष्ठ &काँ निकाछमझ ८वाभप्राम जिग्राझिtशन लि*ि* गचबड६ BBBBBD Lu TBD LggDDDDDD S DBBBB ggHDDG BBD जांझोtबा मईथTी शिशिङ छन्नैठ । नtब्र टांझाब1 औक aय६ ग्निछुश्ञिएनंब्र YHHD DDD BBH DgBBDD BDB BB DDDDDDD DDDS আরবের কলিত জ্যোতিষে এখনও ঐ প্রথা প্রচলিত অাছে ৷ বাহ। इ®क, बझांग्बम-दिन-यूना-श्रज-शteब्रॉब्रांछशैौहै जर्स टाशन स्टीब्रटौन्त्र সংখ্যাগুলিকে আরবী আকার প্রদান করেন । এনসাইক্লোপিডিয়া ত্ৰি'টনিকার একাদশ সংস্করণেৰ চতুর্দশ খণ্ডে পূর্ব ও পশ্চিম জারুষের मश्श्रrमयूङ झखक्षिनि 4यर in५ ripti u। झड़ेरङ अंडल कब्र छल्लेब्रांटछ । हैझां८ङई टाडौप्रशीन छल्लेरब कि कब्रिग्रा पश्चात्रtब छांद्रडौम्न नश्वाiश्वजिब्र जनुश्करुण कब्रl झईब्रांछिल । शक्तिन1 भांशृन-ब्र-ब्रमिरथत छब्रवीद्वहिड BBDDBBDD BBB BBB BBB LLLSBBttDD DDDDDDD मश्रणोषि * Aवर मfत्रtवनिष्ठ कtशन ॥ sझे नरभाiशलिझे जांव्यांनूब्रिां হইতে ইউরোপে গৃহীত কষ্টয়াছে। ইউরোপের একটি বিশেষ অঙ্কশাস্ত্রকে লগারিখ, অলগরিথম, এগরিঙ্গম অথবা আলগরিজম বলা হয়। এই সমস্তগুলিই অল-পাওয়ারাঙ্কমী নামের অপভ্রংশ। জান্দালুসিয়ার আরৰগণ এই ভারতীয় সংখ্যাগুলিকে “হিণৰ-জলু গুবাৰু বলেন। ভারতবর্ষের পণ্ডিতগণ গ্রাম্য পাঠশালায় মাটিতে কৰিয়া অঙ্ক শিক্ষা DDDD HBBDDH Lg TBH DDD DD DDDD DDDD gBBD इहेब्रांtछ । छेख् ऊांदूठिब्र मरशोeजिब्र ४९-खि हाञ tव जांबर DDD DDDD BDYDGD DD BBg gD DD DDD DDDD DDD DDD TDDD BBBD DaDDBDD BDDDD DBB BBBBB cजशी इग्न । जांब्रtबब्रा किड हङाविभक छानविकू झकेरठ बाबक्टिक नrछ । जिकू इक्तीचटकब्र अहिष्ठ देब्रां* नांकित्र बड़े मtथासजिब्र èरज्ञथ BBBBD BD DD DDBB BDDDD BBD DDDDDD DDDS क्ब्रिाप्छन। मिजूबांनी गखिठनरकंद्र यtsडेोष्ठ* छेड यषी जांब्रtर बाiख झडैब्रां गtछू I... जात्रूयांत्रिक ses झ्छिद्री जान छटेनक हिन्दु-सिड मिकूटनथ हईtख একটি deputation-এর সঙ্গে একটি জেণতিষগ্রন্থসছ বোগদাদে जिब्रांछिरजब । डङ s tइब्र नूर्ण मश्कूठ कांभ 'डभन्णथ निकांख' ॥ जाब्रगैर७ झाषाढवटs हेहाएक “जोन्-भिक-हिक' दल 1इङ्ग f अञा ७कि जरकूठ भूखक जीब्रशैष्ठ छनृनिष्ठ इईब्राझिल । डेङीब्र नश्कृष्ठ छैछब्रन *खाईाड8 । ‘जांझ्षब बूब्रान' बांधक नश्कूल भूखड♚७ जीब्ररौोरख जनूमिठ हडेब्रा जार्कच' बांप्य विषाउ झड़ेब्राप्त । eहाब्र नाकृङ ८ोजिक नोध थन थोप्क्क'। गरुँaषब निसाउ जत्रुहारक्द्र महाव्रक श्म्यूि गसिrठव्र इंद ब्राश्ञि १०iब्रि अवर हेब्रा कूव-बिन-ठांब्रिष नाभक झुइँखन fणषा ferजन । छैोङiरक्रग्न थप्छाएकदे निज निज बस्छ जाग्नबौद्दल छैख् अझ अत्रूषांश कड़िज़iष्टि८लन ॥ कोटजङ्ग cवक्रण बिडारणद्र प्लेभब्र श्न्नुि cछाडिषत्राञ्च० घडिलेड, BBBB SBBB BBS BBBBD DBB BBDD DDD DDD L बिचान कब्रिtडन ८ष, कटा ऋ६ =tन्ध्कब्र ●यङ्गठि अझ्नबूझ् नterमसtण sv: HR:n vernal equinox-a wtfiş s sa sr ssR MAI अांबडन थां★ख कtब्र । जक्र जक्र द९मब्र गtछ aहें मस्तुभंह (१कहे हांtन भिजिष्ठ झडेंटल अछांथलग्न हश्रत aवः नूनब्राग्न विtवब्र ऋडेि इरेष्व । जांबांब aहै झुई जबइीव्र अषादखेौ cनौब्रद९नद्रसलिtकe 'tकङtण' बज1 हम्न । बक्रखरखत्र भट्टङ बकाँs '८कजांन' छांब्रिलङ बबिच cको* ददमtब्रá गभान ॥ छैड बि$iब्रल छत्रुनांरब्रहै शिगन ननंनी कब्र हच्च ॥ जाबरबद्भ1 *३ ‘८कक्रान'क जाबि-छन्-निख-इक ब1 निकाrजब वदनब्र ●दः क्विनeलिएक ‘जाग्न-शृन-ग्निख-इख' बtजन । जक्र ८कt fश्नांप्त *नंब1 इब्रह दकिब्र जारीड8 नक्षत्र धूडेiरचब्र ८णदडांtन अनन महछटबॉश