পাতা:বঙ্কিমচন্দ্রের গ্রন্থাবলী (নবম ভাগ).djvu/১৪১

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লোকরহস্য ৰলিয়াছি যে, মন্থয্যের অত্যন্ত অপরিণামगर्नो-नर्विनांहे नंब्रन्थानं८ब्रब जबवण-८कडे क८ब्र । অতএব তাঁহাৱা অবিরত রূপার চাকি ও তামার চাকি সংগ্রহের চেষ্টাশ্ব কুমারের চাকের স্থায় ঘুরিয়া বেড়ায় । मश्षानिटनंब्र विवांश्ठख ८वबन cफौडूकांबइ, আন্ধান্ত বিষয়ও অন্ধপ । তবে পাছে দীর্ঘ বক্তৃত। कब्रिटण जां★नांनिzत्रब्र विषब्र-क८ईब्र जबब श्रूनक°fइड इब्र, tथएँ बछ अञ्च uरैषांटन जबांथां कfब्रजांध । डविषारख् षनि चवकांनं रुद्र, छ८ष चक्कांछ दिष८च्च কিছু বলিৰ । बईक्रटन बङ्गडा नमांशां कबिब्रां श्रृंउिठवब्र ব্যাক্সাচাৰ্য্য বৃহদাঙ্গুল, বিপুল লাঙ্গুলচটচটার মধ্যে छै*८दनन कब्रिटणन ॥ छथन पैंौर्षनथ नां८ब ७क इनिंकिठ धूबा बTांज भां८बांथांन कब्रिब्रl, शंऍड-बांखे শৰে বিতর্ক আরম্ভ করিলেন । ऎौुनर्भं बशंभंब श्रध्वँनi८ख णिट्णन, *ड् खण वTांजनं* । चांधि थना दखांब्र जषङ्ठांब्र जञ्च उँiहांदक थञ्चबांन नेिवांब्र (थरखांब कब्रि । किछ देश বলাও কৰ্ত্তব্য যে, বক্তৃতাটি নিতান্ত মন্দ , মিথ্যাरुष-*ब्रिभू4, बङ जठि *७मूर्ष।” অমিতোদর। আপনি শাস্ত হউন। সভ্যजांउँौ८ञ्चब्रां अप्ठ व्छहेि कब्रिब्रां शंiनि cभद्र नां । প্রচ্ছন্নভাবে আপনি জারও গুরুতর গালি দিতে পারেন । गैौर्षनथ ॥ cय जांछ । बख जठि जठाबांगैौ, डिनि यांश बलिटणन, ऊांशंब्र ब८था चशिकांश्नं कथं ज«थांकृष्ठ हट्टैष्ण७, छू थकल्ले जडा कथां श्रृंi७ब्री बांब्र । ठिनि अङि चूरशसिष्ठ वाखि । चणद्वनदक्हे মনে করিতে পারেন যে, এই বক্তৃতার মধ্যে বক্তব্য किङ्करे माहे । किड चांमब्रl बांह *ांऐलांब, ठांशांब्र बछ ङ्गठळ इ७ब्रां ॐफ्रेिष्ठ । डटव दकृिङांब्र সকল কথায় সম্মতি প্রকাশ করিতে পারি না । विप्नंद जांप्नौ बछ्शब८षण विबाइ कांशं८क ब८ण, बख्गं डांशहे अवश्रृंड म८इन । वाiजबडिब्र कूलब्रक्रांर्ष बशि ८कांन दांष शांषिनैौरक चांगन जहछन्नैौ করে, ( সহচরী, সজে চরে) তাহাকেই আমরা विवांइ बणि, बांष्ट्राषब्र बिबांङ् ८जब्रश्नं नरश् ॥ यांछ्ष चडांबठः छूर्हिण ७ाद९ eवंडूछख । शृङबां९ &थ८ठाक মন্থয্যের এক একটি গ্রন্থ চাছি। সকল মন্থৰ্য্যই এক এক জন গ্ৰীলোককে জাপন প্ৰভু বলিয়। निबूङ करब्र । देशां८करें ठांदांब्रां बिबांद ब८ण । षषन छांदांब्रां कांशांटकणांची ब्रांषिद्र अङ्ग निटबॉण (3 - w©© क८ब्र, उर्थन ८ण विदांश८क cनोटब्रांश्छि क्षिांह वणां बांब्र । नांचगैब बांब शूबांश्छि । बुइज्ञांडून वशंनब्र বিবাহমন্ত্রের ৰে ব্যাখ্যা করিয়াছেন, তাহt cन बज ७ईंक्रनं ,- - शूदब्रांहिङ । दण, चांघां८क कि दिव८ब नांकौ হইৰে ? दब्र। चांशनि जांची थांबून, चांवि थरे জন্মের মত জামায় প্রভুত্বে নিযুক্ত बब्रिणांब ॥ भूब्रां । जांब्र किं ? बब्र । चबांब्र यांषि खरश्रब्र यड ईझांब्र ♚छब्रtअंग्रे cर्णांणांध हहैलांव । जांहांब्र-cशांत्रां८बङ्ग छांच्च আমার উপর –খাবার ভার উহার উপর। পুরো । (কস্তাৱ প্ৰতি) তুমি কি বল ? कछ । यांमि हेधझांजरू८ष यहे छूठाüि८रू अझ्न করিলাম । बड क्षेिन हेष्ह হইবে, छब्रचं८जरां করিতে দিব। ৰে দিন ইচ্ছা ন হইবে, সে দিন बांषि बांब्रिग्नां डांज्रfहैद्रा निद। পুরে । শুভমত্ত । *qहेक्लनं पबांब्र७ चटनक डूण च्षां८ह, वर्षlমুদ্রাকে বক্তা মহুয্যপূজিত দেবতা বলিয়া বর্ণনা করিয়াছেন, কিন্তু বাস্তবিক উহা দেবতা নহে । भूख ७क थकांब्र बिषज्ङ्ग । बशरशब्रां चङाख दिवविद्म , ५्रश् चन्नाः श्लष्वांछद्म श्रूयiज५ओंश् चङ् षष्ायांन् । মন্থষ্যগণকে মুদ্রাভক্ত জানিয়া আমি পূৰ্ব্বে বিৰেচনা করিয়াছিলাম যে, ন জানি কেমনই উপাদেয় সামগ্ৰী, জামাকে এক দিন খাইয়া দেখিতে হইবে । ७कलां दिछांषन्नैौ नगैौब्र डैौदब्र थकर्छ यन्नवT८क इएक করিয়া ভোজন করিবার সময়ে তাহার বক্সমধ্যে কয়েকটি মুদ্রা পাইলাম। পাইৰামাত্র উদরগাৎ করিলাম। পরদিবস আমার উদরের পীড়া উপস্থিত হইল। স্বতরাং মুদ্র ৰে এক প্রকার বিষ, তাহাঁতে সংশয় কি ? नैौर्षमषं शरैक८° बडूठी कब्रिटण *ब्र बछांछ वrtज बशांनं८ब्रब्रl Gठिंब्रां वङ्ङ1 कब्रिटणन । शृद्वब्र সভাপতি আমিতোদর বলিতে লাগিলেন –

  • kयकt* ब्रांबि जविक हरेब्रां८इ, बिषङ्ग-करनर्वङ्ग সময় উপস্থিত। বিশেষ হরিণের পাল ৰখা चांदे८ण, छांदांब्र • हिब्रङ कि ? चड७ीद हैौर्ष बङ्ठा कब्रिब्र कांणश्ब्रन कखदिा बद्दश। दकृडा अङि डेडम श्रेब्रां८इ-१द९ दूरझांकूल पशषटब्रह निकल्ले चांबब्रां दफ़ बांषेिऊ हरेणांथ । यक कथं ७lदै বলিতে চাছি যে, আপনার স্থই দিন যে বস্তুত