পাতা:বঙ্গদর্শন-সপ্তম খন্ড.djvu/২৮৫

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Վ9ՆԵ কালামুখী একটা কথা বলি শুনেৰাতো।” uहे अश्लिाटन शूढ़ेब्रभt °ब्रभा-miब्रिड हऐब्र! हॉनि हनिषू८थ नरश्रब्र निकछ গেলেন । অনেক দিনের পর পদ্মের সহিত সাক্ষাৎ, ভাবিলেন পদ্ম তাছাকে कउद्दे मिट्टै रू१i बनिररु, ऊँशिांब्र जन] कङदे यांलांन कब्रिट्व, ठांशहै इब्र ठ পদ্ম এই সময়ে এক জাসিয়াছে। পুঁটুর মা আরও ভাবিলেন যে, আমার ५१७ बह्म, ७७ च्प्रकाइtब्र उठ पञांद*ाक नांदे ; ऐशांब्र कङक श्रृंग्र *ब्रिटन डांशांटक কতই স্বন্দর দেখাবে, অতএব এই সময় তাছাকে ভাকিয়া চুপি চুপি रुं निरॆ ; नि नि ब॥ ८ङ्गन, मामि निरन ८क ब्रांश कब्रिटद ? ठिनि (त्राभैौ) लब्रिझ झ्प्णिन दर्राप्ले, किख ७रै ঐশ্বর্ষ্যের দিকে ত একবার ফিরিরাও कान न, उरब ८रून डिनि ब्रांशं रुब्रि८बन । cगांशंशैौहे वl cकन बकि८द ? ठाग्न कि क्रठि ? श्ब्र उ cन ब्रांौरक दाश लिएरु, ७| उमाथि छाम्न श्रङ क्षएब्र ७थन वन्त्रि १ कब्रेिक् । এই তাৰিতে ভাবিতে পুটুরমা পুষ্করিनैौब्र कूटन भtश्रब्र निक शिबा फेनश्ऊि হইলেন। কালামুখী, বল দেখি, বুড়া রাজার बन cरूथन क८ब्र फूलांणि ?” - পুদুর মা। আমি ভুলাই নাই, পুটু रृणiरैबांश् । -. •छ ।. ठ1 कई कि ! थtइरै वरण পোরনামে পোয়াতি বজ্ঞায়। ছা কালী क्छब्रव्{न 岗 পয় বলিলেন, “ ওলো , ( কাধিক। भूषौ ! cउiब्र भब्रट*ब्र कि अब्र छाँग्नभः झ्नि ना; इब्र उ बन्द नईtन ७ वन cशो. जठ ८कtथा इहैtङ जांनिष्ठ । पठां अभन ५न कफ़ि ब्र शृंगांग्न नफ़ि, अभन रुi°फू •ब्रांब्र शंलांब्र गफ़ि, अयन शश्नां *ब्रॉब्र शृंलाग्न मफ़ि, शिकू cउां८ब्र, झांब्र रु°iांनी ! श्रृंख्न या । ८कन अिङ्कङ्ग कि, आदि कि कब्रिलाभ ? - *श्र । जांश किछू छitनन नं, पञांबांग्न द८णन कि कब्रिजांभ, ब्रांछ cउitब्र এত তালবাসে কেন, তোরে এত शश्नां*fiङि cमब्र cकन, श्रीब्र काशt८रु s cघ्ाद्ब नt cकुन ? পুটুর মা । আমি পুটুর মা বলে श्रांभाब्र ब्राङ ७ई गरून नेि ब्रां८छ्न, उिनि পুটুকে বড় ভালবেসেছেন।

  • प्रा । दलि, ब्रtछt चमtब्र कtश्tब्र७ श्रृंप्लेट्रू छांनदांcगन न ८कन, cश्न cयcब्र छ जांब चटनzकब्र जांप्इ ।। ७ गकन कि फांक थां८क ? न बूदिष्ठ वैiकि षां८क ? D

পুটুর মা ! কি ঠাকুরবি, তবে বল न ब्रtछ च{{याँझ ¢कन एछtजवt८जन ? পদ্ম। আ মরি নেকি, কিছু জানেন ( || I. श्रृंक्लब था । ना गडा बलिएउहि करें आधि उ किङ्क छानि न । नछ । षषन बाबा ८ठांब्र गणाब देने टिक्न ठषम उ बनिएज्र •iअषिcन ८° चादि किङ्घरे जानि म । পুটুম৷ তোমারপায়েখনি ঠাকুরি