পাতা:বাঙ্গালা ভাষার অভিধান (দ্বিতীয় সংস্করণ) দ্বিতীয় ভাগ.djvu/৬৫৬

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ודש লাচারি। লা-জবাব-ৰিণ, মিরপ্তর। २ चरृण_ौ । घणt-झl७ग्रb-तिि१, इङ्गि खेक्ष मfरें । ३ किंकि६णांशैन । ७ जयठिविtका । ली-भांति, मांदी-विन, शांवि rted on unclaimed. vii-vit\siवि१, निक्कल । लt-fब्रिक-वि१, खरीकाङ्ग शैन । ল",[খ1•। সং-হুল ক্ষে• > 1 লোম: । यी והחש wors] ■ সম্বোধন श्रृंक ; cणां ।। 4-ई ग : cकन ण। লাই, সিং-লাজা > হিন্ লাই (খই)। ठांब्र म७ चtर्ष हिं०-८ठ-*cजरै”] दि, थ३ ।। २ मठमा ३--द्र कोहे ,'बाघ्री । লাই, লাগি (আঃ) >, প্রাদে । श्०ि ‘णिcङ्ग'] ज, छछ । *जानक अtन छांtब गरम cथशा निवाब्र शाश्°-भू. व० गै• । “সোমাই উত্তল হইল গোবর্ধনর লাই-ঐ। লাই, { নেশা > লেশ >লেজ > णांह] दि, tनर्ण ; भांशकठl । *viां८मब्र जॉईरा षब्रtझ जांबांद्र ¢कबम थोंकि थtद्र ।* -পূ•ৰ গী"। “লাই জাল স্থপারি যখন তোমায় গেটে পড়িল ৷” “সে সুপারি পানে একটু কিছু লাই আছে"-পূঃ ষ-গী । द्वनोल्ले, निश् ि> । निद्रकषा] जि, नॉरें। “খোকায় কষ্ট লাই--উত্তরা । লগইন (ইংline এর লিপ্যন্ত্রর]ৰি, লম্বা कवि ; थइशैमtश्री ; cद्रथ ।। २८ञशनष। ७ [वक्र०] औषtनछ *थं । 8 अकलेिक ; পার্থ। ৫ স্বত্র। ~ডোরি-ৰি, উৰুও তার बाँकूभांत्रिक मक्लांमध्नौ । व्नोझेबि९ [३९ lining अब जि*खब, षबिंबद्र डावान्न ] वि, खांब ३०-द्र छिछtब्र जांनीहेबांब्र कां★फ़ ; थएन । व्न"झेश {३६ life 4ब्र णिभाछब्र] दि, जौषन ।। २४ष्ठछ । ७ जांष्ट्र । 8 औषनछबिछ। ~८दर्श [ऐ२ life-belt अत्र जिन्/छब्र] चेि, कई छबैौद्र अॉtब्रांशैब्र औक्म ब्रचकांर्ष जटल छांनाईब्र! ब्रांधिकांह छैनंtदtनै cकांबड़क्क । ~cबॉछे [३९ life-boat भद्र निगाडन ] दि, जांशब छूषिरण विभद्र चट्जारीब आपहक्क बोक। ~नाहेछ itttTgLLS gDDBBBBDDDBBStBBSBBB Sty* [है.१life size 4द्र जि*खञ्च ] विं*, औष९ পরিমাণ মূৰ্ত্তিৰ প্রতিকৃতি প্রমাণ। হনাইবেল (ইং libel এর লিপ্যভয় ৰি, মানহালি ; কুৎসা ; অপবাদ defamation. লাইব্রেরী (ইং libraryয় দিপাভর] বি. গ্রন্থাগার পুস্তকালয়; পুস্তকালয়সম্বলিত wiां#ांभांद्र । ॐ-5ष्ठछ शाहैtsग्नौ, ब्रांमtवांश्म লাইব্রেরী, ইস্পীরিয়াল লাইস্ত্রেী ই• । লাইসেন্স (ইংlicense এর লিপ্যন্তর। बां६ अंi० लाईtननि, -नौ ] क्,ि दादनांग्न कप्रिंबांब ब्रांज-जकूयठि। २ बन्नूक ठद्रषांत्री है० दिtअब विाणंश भिशिकू ह्या ब्रांदिदांग्न ७ बावहाँग्न कब्रियांब्र अछ ब्रांछांम अनूभठि । লাউ সিং-জলাৰু >। বা, পা, লাপু > লাৰু > লাউ বি, প্রতানী শাকষিঃ ও তার क्ण ; थशांबू : छूचौ ; कष्ट्र ! “इी जाछे बांक कोष्क कां? ७कथान । वांछाँझेब्र! नां$िब्र! নাচিয়া করে গান।--অ• মe । ২ক্ষেপিয়া ; খোলসার গোল। “ধেীখন গড়িলে তোর তনু হৈৰে লাউ।--জী- কী• । ~উগা-বি, शtछेणारइब्र छभांब्र मठ ब4 ७ जांकृठि সপৰিঃ। ২ লাউশাকের শীর্ষভাগ। লাউসালী (প্রা- বাং] ৰি, ধাগুৰিঃ। *èप्लांनॉलौ क्किमांशैौ श्रांप्र णांछेणांशी !" | ميو فيس द्वन"$1द् [ श्र६-मांङ्गं * बisखं * ।। अंi•] दि, मांब्रक । २[*थl• यां६] जांtब्रक ह: । লণওয়ারিশ [ জু৷- ] ল স্নঃ। ढन"द [जांक (ज:) > जांक] वि, श्रीज ; ca lac. লণকৃড়াঁহি-লক্কড়া > বিকারে,লsলা। बैश्छे० &थाप्म•] बि,धांजांनी कॉर्छ । व्नोक्रशिंक (जक५+३क] दि१, गक्रम गदकैौद्र । २ अक्णपूख्। ७ शकपिछ ::क्दछ। 8 शक्रश्रृंi बांब्रीं चकांविठ द! अठिश्रृंiक्छि । व्नाक भे] [नक१+२] वि१, नक4 जचकौञ्च । २ णकांबूङ ।। ७णांकनिक : श्वेशक्छ ! লাক্ষী { সং-মান্নাভয়-স্বাক্ষা, জন্তু, अणस्त्र, झमामा, ब्रउयाङ्घकi, ब्रसंगोडा, कृभिब ऐ-] वि, cनीश्छि पt4ब वृकविर्षांन זיוהש

; cबी : न । थरथ कडूण ३० वृष्कद्र नॉषांश ५डौडूठ कीघ्नविष्णरक्छ cाझ्ब चाi, छेही नकक बोक्क ििथछ अर्ण निछ कब्रिाण cष ब्रख्द4 ब्रश्न विखङ झत्र छांटल कॉर्नीजन्ॉब সিক্ত করি জালত জুৈরি করে এৰংপিটা গালা প্রস্তুত করে। তরু-ৰি, পলাশবৃক্ষ। ~ईन-वि, अणङ ब्रन ; जांणठा । व्नोशिकक [जक वां णांक्र+हेक] वि4, লক্ষসংখ্যক। ২ গালালিস্থিত। লাখ লক্ষ > । হি লাখ, ৰাং গ্রা. शांक, अंi• cभtब्रजि-नांक] वि, लकdरे २ वि१, শত সক্ষত্র ؛ * و ه ,ه ه ,ډ ;plټچHډ गःथा ; इन अपूळ ! *णांध दद्वान विश्नि দিল হামায়"-ৰি• প° । ৩ নং , অসংখ্য : सिखङ्ग ! थ-जांथ कथं नीं श्रण दिtग्न झ्छ भी ! 8 थछषiङ्ग झैझ ; यज्र ऐन्नझ् । "cमाई cकॉकिश अब लॉर्थ छींकछे जॉर्थ छेषम्न कब्र 5श्वा”-वि• श्रृं० । व्ञोंcयों [हिं० लांtर्थः नष्कब्र अधूकब्रt१] दि१ दशलक। २अनरथा। প্র-এমন লাখো লোক দেখা আছে । লাখ কঁথার উপর এক কথা-বং ভর্ক विठtर्कब्र ऋष छैख मांब्र वl cधल्ले कथाँ । লাখ টাকার স্বপ্ন দেখা-দরিজের वॅटनग्न कब्रन} व कर्ष ২হাজার টালিকা নিৰ্মাণ । লাখপতি-খি, লক্ষপতি : লক্ষাধিকারী। ২ প্রভূত ধনশালী। লাখেলাখ, লাখে লাখে-ক্রি-ৰিণ,লক্ষ লক্ষ ; थनरष। २ रॅरिरू कीटक । “प्रश्न भन वकिक श्रांठंॉरक् जांtथ शाहथ ॥*-वि० ।। व्नाश्ववॉन [रान, ज:] दिन, जक्रवांद्र दक्ष्ठि क्क कब्रिज्ञा दित्झ । "ज|० कोर्रेम लिनेि * * cनांब्र! यद्दछब्र * * छाँॐ निइनि* =*० क० ठद्र (नt० *० नं०) ! লাখরাজ, লাখেরাজ [ জ্বা" शोंश्बिाबू । जlजः] दि, निकद्र rent free. & fawn wit rent free land. विन, लांथब्रांछौ। ~ लांब्र-क्{ि१), णार्थबांब छूनिcखानकांद्रौ । ढन** [जांनी बt] वि, न्ण* ॥ २ नकांन । "श्छउड: भूबिल्ली मा शाहेण ब्रांषा जान।" -नै•,बिब्रि• । “णीभूरश्न नझ इंडे, उॉब्रजांन পাই"-মহা- কোণী)। ৩ সমীপবৰ্ত্তিতা ?