, **-- - - eesmamadam mmmm वृखिक ७ मिबङ्गरम नैौ७, निष्ठ ७. गिकछांनमविड वृद्धिक थtएक ७ीद१ एछब्रिटङ्ग अ*द्विभिड अण नाँडब्बा थांब्र । वचौक उ*छिड नि७‘ठौदूरभग्न डिमशाख मणिर१ ननाम भूकंवदन्न मिटश अरभाषा ७ चाश् जण षtएक । हेशव्र निtब भईन्झष नब्रिबा५ ग्रूप्ञ cब्रोरिङम९छ ७ उब्रिटप्न कमिणब4, उशब्र নীচে মও বর্ণ, তৎপরে দিক্ষতা ও अर्कभूtधांकिtव gद्ध१ ठब्रिहब फेडभ जण नांeइ! शाहे८व । यधि षनईौ वृtभन्न नूरर्क वचौक श्रृंडे श्व, डांश श्रेष्न उtशन्न नकां९ जिभूक्ष गब्रिभt* निtछ अण श्रांtइ । शनि श्रृंगां* शभविड बनद्रौदून भांएक, ठांश इहे८ड गन्ॉन नूक्रवज्रब्र नंग्निभाण मिtछ नन्कि८भ जण षां८क । ऐश्t८ङ ७फ शृङ्गाद निरग्न छ्न्नूखि लिंह थांद्रक } विषs ॐछ्षब्र पूtभग्न cषांन एरेtण नभिt५ डिन एख इक्लिब उिन शूझब नद्रिभिङ मिदग्न जण थाप्क, ठांशग्न भईशूकष *ब्रिमा१ निश् िझश्मि७.ज क्षीरि, हांशtश्ङ्ग इरक्॥ निक छे বঙ্গীক দৃষ্ট হইলে সপাদপুকৃষজর পরিমাণ নিয়ে পশ্চিম निभारी-निब्रl eथषांश्डि एब्र । हेश् एख अॐ भूप्रय निtब्र केष९ नt५ब५ ७ नैौडांड मृखिक, इक्ष्व4 भाषा१ ५बर कूभून गश्न मूबक इडिगc१ गडिङ श्छ । जनशैम cनप्न cशथाप्न कभिज्ञक बुच श्डे श्ब्ल, कथाब्र श्रृङ्गीनिएक डिन श्ण *ब्रिभांt* <यथम लकि* यांश्नैिौ लिब्र <rवांश्डि इग्न । ५हे স্থলের ভূমি খনন করিলে নীলোৎপলষণ ও কপোতবর্ণবিশিষ্ট भूखिका मूडे रहेtब ।। ५हे शन श्रेrउ श्लाखtब्र अजशकी म९छ ७ भौद्र नभविड छल वांश्द्रि शहेग्न थांटक । cभांगांकदू८कब्र *क्रिtभांख्ग्न निष्फ छ्श् श्रड अठिझभ कब्रिब्र cय लिब्रा श्रांtइ, cनरे कूनून मांग्रैौ लिब्रा डिम भूझव नब्रिभां* निरछ ७ववाहिठ षांरक । शनि बिर्डौडक वृtभग्न नभि१ *ाप्चदशौक থাকে, তাছার পূর্ব দিকে অর্ধপুরুষ নিয়ে শিয়া প্রবাহিত जामिरव। बनि उांशग्न ७कशऊ मूरब्र नन्छिबनिक दछौक थारक, ठांश श्रे८ग, डांशग्न भां६ 5ांब्रि शृङ्गाय नब्रिमां* निरग्न अण eश्वtश्चैिव *िब्र। ५नन द्विंश् efेष शूकाष् ॰विभ१ि त्रिग्झ। cवड वृखिक ७ कूडूम नमून आजावूड यथग्न थांकिएव, ७ष५ डिन बर्ष अठौड शहे८ण बै छणयांझ्नैिौ शिग्नl नहै हरेtद । ३ङTांनि । (दूइ९णशश्छिी <s ज* ) जु (बि ) भए खे । ४ क्लफकोश्, उन्नीक्लफ, यांश भूक्लिब्रोगिब्राप्छ । "इन नश्वर भननिअर औबबडि ब्रटेनच षाः ” (गाश्डिान' ) २ भन्नैौदब्रग्न अग्रिमांश्छन, भूफिब्र दीeब्रl, श्रृंद्रौtब्रग्न cकांन খামাজি পুথি ৰাইলে নিম্নলিখিতরূপে এভিধিনাদি করিৰে। श्रबिंधस. ६ठणानि cप्रशबिनिडे अथषी भैौब्रन अदाएफ श्राथग्न कब्रिद्रा भश्न कtब्र- जभि कईक गच्छ ब्ररेरण इड ६ठन - vш - ዓ¢ सिक्कै t ٩ ده | अकृछि ८षर अवारकां निझा थाश अक्भ *विtडीह", uहे कांब्र१ चकू ७ वीरणं धईडिश भेर् यद्रवनं कशिग्री नैथ नहन क८ब्र । . ५३ छछ cधरं अँचा दाँतँी भर्ष श्रेरण जडिभब्र ८षत्रमा एच, “हे अभिश्ध sात्रियकाङ्ग, #8-इन६, गनाक् न६ ७ष६ जछि न६ । वांहाँदछ बांनी काम ७*क्वि4 एग्न, ७ोसंरक झ.हे ? शशाङ गध शtन cचम* {cकन्क) डेभिड इइ ७ष१ cनहे इॉन जखिभंद्र ॐकछ, नांह, अखेरपर्ण, . नांक ७, ८वनमांविशिडे ५ष९ बांश विण८च श्रां८ङ्गांनी इञ्च, खाश्८क झर्न५ ! ग६ इोम भंउँीव्र मा दरैष्ण श्व wक छोणकरणब्र छात्र ष4 श्रेष्ण, आग्न बनि भूर्कांडणचणीणांख ‘रम, उांश श्रेरण ऐशरक नभाकून१ वtण । अडि नभं श्रेष्न नई शांप्म भांश्न कूणिब्र गएफ़ ? भन्नैौब्र निषिण, लिब्र, भांधू, नकि ७ अहिब्र विनां* ७ष१ अखि भांब, बब्र, नाइ, निनांना, भूह1 थङ्कडि छैनजद जएग्र । देशरङ भड रॉम विलएच भूब्रिव्र फेt#, भूब्रिब्र फेiिtण विवन श्रेद्रा बांब्र। ५३ छब्रि cयकोब्र नभु राम्रा अधिकप्र्खब्र गोषम श्रेञ्च था।एक । जथि कसुँक Gधाणि८णग्न ब्रस कूणिफ एरेब्र बैजरे ८ष'ाविधिहे श्ब्र । ब्रएखाग्न ८ग३ cवर्ण कईक निड७ ८षभषांन् श्रेब्र फेर# । अग्नि ७ भिड छैडtग्न थांब्र ५कजाँडैीब्र अशा ७ष१ ७क है ब्रगर्षिभिहै, cनदे जछ अभितभ निभिख डौबट्यननl, चडांवऊs जांश ७ cन्झांछे हरेब्रl थां८क ७द१ अब्र ७ छूष इकि एग्र । नझल्लिफि९ग-t,डे नtश अधिब्र छा* uष९ फेक जिब्रा ७ छैष* खेरुथ (थ८ब्रांशं कग्निट्य । फहिांब्रां भईौग्न दद्वीख इहे८ण ब्रद्ध७ ऊब्रण इब्र । *ौ७ण छण दांब्र! श्रजांबडtदे ब्रड कमिठ इछ । ७ कांब्रन झ.हे नt६ फेक डिब्र नैोजण किब्र कथमहे शूषकद्र इब्र न । कृ#ध हcण छैक ५ीय१ ॐोऊण फेङग्न७धकांब्र क्विब्र! कब्र कáया । मई इांtन झुङ श्रांtण*न ७ नैौजुल जया cनष्ठन कब्र ७ज्रि । नमाकू ल% श्हेप्ण पालप्णाक्रम, *ॉांकूज़हांण, छनन, cभब्रिभाtि sष१ ७णर्ष ध्रुद्ध भिअिछ कब्रिवृf ७थएण• निरंश । अथवा aाएम अर्थवा खण बाङ्जा cभएरू cद शकण नंत एग्न, cनई नकण न्छब्र जधयाँ अश्नं धरूग्रे भांश्न cश्रृंद१ कग्निब्रां catण°.धिएव । भिखछछ बिअ१ि इरे८ण cवक्रून्t निब्रलग्न ®क जिब्र कब्रिएऊ एग्न, ऍक्षtrठe cभऐ** कग्निष्ठ इहेrय । अलि भर६ब्र हरण cभं नकल भा९ण नै4 इहैब्राँ शां★, ८गरे ७णि८ष पूभिद्र! cगसिएफ एरेtव ७ ठाश्रष्ठ नैठन किद्र कब्रिएष ।ः ? कांहीब्र:भद्र श्राणिषांश्छद्र हूवशैम ठभून निनिद्रा-७ ठयूङ कब्रिब्रा अथवा शावर्णांप्इन कथ थखड कब्रिह चक्की:नांक्शन निलिब्र उtश८७ ईथ्यूङ कब्रिट्व ७क९ देर ६६०१शांरन atण* लिएड एबैरव ११:चथt¥ब्र
পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টম খণ্ড.djvu/২৯৯
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