शुक्लै [ eso ] भडिजांन। २७ म७ांकांश अंश्रखन । [ अरभुंकाँझेक cबष । ] | ५१ ऐचुकूबांरबन्न प्रकग्रज, रेशग्रहे नांयांइनारब न७कङ्गिरनाङ्ग | नाम श्ब । ( शब्रिषश्भ ४० अः) »v वाहेनण नबैिमांग काण । [ षषॆौषड् ८णं । ] “बडिन७iञ्चिकांब्रांन्छ खिएषर्मिकूवर्ष९ नरब्र। लटै७कब्रछमैौएषां★ः * { डिविडस्य )
- बिडू । (छांबख ५७०8२००९) २० निव । (खांब्रज ১৩২৮৬ জ: ) ২১ জওtঙ্কার ঋজু হুর্য্যের পরিবেষম্ভেদ । "পরিধিস্ত প্রতিকূর্ধ্যোওফ্ৰুরিশ্রচাপনিতঃ। (বৃহৎস ১৯ জঃ)
२२ न७द९हिउ श्रृंवैriन्निकिब्रtर्णम्न ग१षांड । *ब्रविकिब्र*छणलभकृङांश् ब्रछषां८ठ1 भ७द९हिtड ह७६ ।। ज विनिकृश्रिउ बूभागभित्तरछ| निकू विजाउँौमान्। भजडब्राज्रकरूप्मा श्डे आख्यथाशकिबूमिछ । छङ्गरछ बिआशैौन् बनजिमूषचार निशक्ति निनम् ” ( बूए९ण१* ७० ज: ) २० ब्रांजशंc१ब्र ब्रांजाब्रक्रांर्ष छछूर्ष ठेनांग्र । गांध, नांन, cउछ ७ म७ taहे छांब्रिछी छेनाग्न । देशद्र भrषा चानघ्नं ७ श्रृंब्रcक्षश् cखानि लिं७ब्र वज्झरलां चांग्छ् । ग्रीष1 श्वप्ां चर्ष९ि निष। ब्रांज भt५ा थजां★ांगनांर्ष cष न७वि१ि ॐक्रणम कtब्रन, ठांशः স্বদেশ দণ্ড । অগ্নিপুরাণে লিখিত আছে, পরদেশে প্রয়োজ্য , দণ্ডাদি প্রকাশ ও অপ্রকাশভেদে ৰিবিধ । লুণ্ঠন, গ্রামঘাত, শঙ্কৰাত, জমিদীপন, বিষ, জঙ্কি ও বিবিধ পুরুষ সহজে বধ u३ कब्र?ी यकाल न७ । गांधूशूषन ७ फेनकभूषन देशtषब्र नषि च चक्ांश्च ७ि । ( चर्त्विश्रूं *१६ एषः ) थजांनानम पe नषदक बशडांब्रख् ७ श्लूि-५भईशांज्ञांनिष्ठ ८एक्लन् रा*िस जांtइ ऊांहाँब्रहे जांब्रज९áiर कथिऊ इदे८ङtझ् । ८कांम ¢कtन अन्ब्रांरभ ब्रांज किब्रभं ज७ विश्वांम कग्नि८थम, छांदांब दिवब्र थाहेक्कन लिदिख चां८ह । - कर्णांनांम-®द्धय4 कछ# निtण कनि अषभ* *ब्रिtभांक्ष नां कtब्र, श्रृं★ब्र ॐखबत्र ब्राजांङ्ग निकहल्ले बांनिनं कप्रिंtण ७षर अषज4 क१ cवइ वणिबा कैोकांब्र कब्रिtण अक्षमनtक अकभपछ *८१ e *१ वध कब्रिहषब, किड़ अषभ*(वनि कर्ण जरीकtग्न क८ग्न ७ खांश ग्रकिं चन♚बां१िछ इब्र, ऊांइ हऐtण ड{शांब्र श्रृंख*t१४० ११ मछविकांन कहिट्रक्म । छैडनर्ण वृकक जऎबाँ १नहीtण वृकि अंश्4 कह्नेिरचब, अर्कों★ अछिषांtग भउकब्र अथैोडिछांtश्रब्र ¢क छांनं शृग 4ह* कब्रिारुम । षधि ¢कांच tछांनींद बखु ब प्रांग हांगै} Cपहबए4छ निकट्टै बकक बाक्श्रि जपवन केक शकणा, अशरदेळ **ोकांब जात्र .: चछब रन दृिछ. हरtव नां। ऐदां★ कलियन कश्रिण үш - • १७ ॥ नeभैौघ्र हदेहकम । *क cगाङलेन, निशानांचा दिन शबॉब्र ग१ क७ द३रक्। cबाशनषशन बिषांनांरका जाफादेभड : *५, छब्र मिभिखक यिकानांदचश दाँजांश्च १, ८भइ बछ निषrt• जांश्चम नश्वन*, कांमांसैौन विषrनtट्टका जीकै हजाँझ *१, cङ्गांशांशैौन विथrांगां८च५ डिमहबांग्र •न, अखकोणखः शिषrl• जांप्चा झहै*ज ** धद१ जनवथांटम मिथrtनांका वेिद्दल थक *१ क७ श्रे८ष । ब्राँब जपछाथएनँग्न श्रृंजिअ अछ ७ जथरनईश नंॉणमखछ विषrांगाँtका ¢है जकम ज४ विशांभ कब्रिट्वम । किरु भखिन्न, ध्वs ७ भूज आहे जिनष4पनि कांग्रस्कांद्र मिषtगांचा cनछ, डांश शऐरण उांशनिशंरक शूरवर्तींच् नeक्षिांन. कद्रिब्र! cननं हरे८ड एsांप्लांऐब्रां भिएवभ। किरू खांचाइनंङ्ग अर्षन७ माँ कब्रिध्न मिर्ज़ीनम मांझ कब्रिह्य ? trभन्-शनि cकांन दाखि विचांगभूकंक ५क्जदमब्र निकके षम *ांञिइड ब्रॉtथ ५द१ बै बाडि शनि ग्रंविहङ क्षम थांब्र ७यज्राणि मा क८ख्न, फोए हरेद्दन ब्राजा फारोहक छष4नि ८6trक्षद्म चtक्ष ७ि६ि५मि शङ्घ्रिंश् ि।। ८ष षार्रि” बिथं]।। ७ <थडtब्रथांनि बाँब्रt wiब्र५म एम्र-१ कटग्न, ब्रtजी पछtएt८क \e ऊtइtब्र गांझांझारकांब्रिनिशाक दशश७ कब्रिrरुन । जन्दांभिबिक़ब्र-cश अथ्यांमैौ श्रेग्रां प्राँगैौम्र अष्ट्रयद्धि पाफिटब्रटक डाहांच्च अदा शिक्लग्न कtब्र ५ष९ $ बjडि इनि अदा-चांभैौञ्च ष१अंश cकह इब्र, फांश इहैtण डांशष्क ० नउन१ र७ कब्रिटर । आग्न पनि जबाचाभैौश गरिड cकांनब्रन गचक मl षांटक, छांश शंदेरन फांशtरू cछोब्रश८७ झ७िख *ि८षभ । गडूशगभूथांम-अष्मएक भिगिठ हरेब्रा ५कज शांपैं कब्रिश्रिझ, प्ठांश्ांश्ाि शंभ्रश्it:प्रुघ्न ष१धुं७ ६१tत्रिष्टुम् विखf* द्विथ्र! णदेtवम, रुनेि cनांश्बएर्ण ८कए हैदांब्र बड़षों कtग्रम, फांश् इहैtण ब्रांज फॉशtक cछोटर्षाग्न निभिख uरू प्रव4 नe कहिएषम । झब्रदिजब्रांइनब्र-कब्र व विक्रब्र कब्रिहl g५ *कt९ DDHH DDS B BD DD DD DDD DD DDD DD वा किब्रि शब्रैम्फ नोरङ्ग । किरु छन् कि बच्न ऋद्र मैक्रो किब्जिा रिड वा गरेप्च् भाप्न बा ! पनि जनश्रुर्तक किब्रि। ६क्रङ्ग व| हऐएव । ८wiिि* -Gां★क्रिश्रिदे कछत्र कथा ना कनिश शश् उशरकगच्झनकr५,डांश श्रण बांब फांदाप्च् ৯৬পৰ দণ্ড করি। ৰে গুক্তি ৰেপ্ৰযুক্ত কোন ফকাকে কতনােনি এবং স্থানী মৰে ইত্যাদি লিগ বোৰ দেৱ ७वt wांश कहांत कऋिङ ना नाछ, ब्रांचा छांशष्क क५१