পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টম খণ্ড.djvu/৩৫৯

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في جمهنة. ) - .* , '-'. - ੋੜ੍ਹਾਂ विघः ।। ७दे *ब्रग्रंणांङ्ग छदांङ्गीं होटब मरश्नं *ांकूरब्रज्ञ वरनषtब्रड्रा पान कब्रिरङम । जकूवtब्रव्र नमब्र uरे छदांब्रl sाप्य बांबांगाब्र प्रदबाब्र जणांगूर्णौप्नब निर्किंड ७क मन्जिन वर्तमान चाँप्छ । मब्रख्ॉणl cजणांब्र dवंiग्र वै हांब ७षब नब्रछांणtब्रां८जब्र चषिकाँग्नङ्गख हऐब्रा चाicइ । वरए* *ाङ्कब्र जभैौनांग्रैौ धांखिब्र गtन गप्नहे ‘गांइहे' कब्र - গ্রহণের অধিকার প্রাপ্ত হন । কিন্তু ১৭৮৯ খৃষ্টাৰে কালে छेब्र गtङ्कहरदग्न णिषिड दियब्रर" जानां वाग्न cय, ऊषम ०१२१ धुट्टेक नवाख भtश्शब्र ब९५षरब्रब्र! भै ब्रन कब3श्t१ जषिकाँग्रैौ हिष्णन न, किरू ०१२v धृहेiएक मझ्क्तष्ठछ८ण ब्र श्रृंदांमांद्रौञ्च नमग्न भै कब्रऽङ्गूंक्रभङ ईशनिश८क cन ७ब्रा शहेब्रॉश्णि । २८ev भूडे८िक भरश्नं ठाकूम्न श्रीकृघ्नौ भूच ब्राषिब्रt *ब्रtणांक श्रमम लग्ने ।। ८चा च भाषाख *ाकूद्र अदिवांश्ठि অবস্থায় কালগ্রালে পতিত হন । দ্বিতীয় গোপাল ঠাকুয় किहूनिन जमैौभांमैौ ८डांश्र कब्रिज्ञा कामैौदागैौ रुन ७ seve भूठेiएक वर्गशृङ श्न । छुडैौब्र श्रछि९ ठाकूब्र (अजिउ व अक्लाउ ?) भशूद्धक शृङ इन । ध्फूर्ष *ब्रधानम ठाकूब्र मथाभ खाठाग्न गग्न छभैौमाद्रौ ८डांश कtब्रन, किरू अनूचकांव हांग्न हेश्णैौण गषब्र१ कtब्रन । छ९°tब्र *क्ष्म त उकब्र ॐांकूब्र जमैौनाम्रैौग्न अधिकाग्न थाक्ष श्न ; ऐशाग्न ०७०१ थुडे एक श्रृङ्का श्ब्र । मब्रडालांब्र सूखैमांन ब्रांज** ७lहे त७क८ब्रग्न वश८*ां९-प्र" পুৰ্ব্ব পৃষ্ঠার ইহুদিগের বংশাবলী প্রদত্ত হইল । रुखकष्ब्रग्न भूफूाब्र 'ब्र श्रृङ्गरयाखम णिफूज”खि ७ोक्ष श्न। ४७8२ शुडेात्क उँाहाब्र श्रृङ्का रहेtण छैश्ाब्र गर्फ कनिई जाठ| श्नब्र ठाकूब्र गन्”खि श्रषिकाब्र कtब्रन । २० द९गब्र ब्राजीcछitशग्न नब्र शमग्न ठांकूtब्रग्र ४७७२ १डेरिक मृङ्का श्छ । ऐशब्र वृङ्काब्र भब्र ऐशब्र cजाई गूज बरीनाथ ठाकूब ब्राजाषिकांद्र कएब्रम । २७va थुडेप्च भशैनांथ अभूवक अवशाब्र शृष्ठ श्रेरण, कनिई बांठा नृणठि ?ाङ्कब्र ब्राजाiषिकाब्र थाएं श्न । ११०० १डेप्च न्”ठि #ांकूव्रब्र शृङ्गा श्रेरण, ॐाशंद्र विठौद्र शूड ब्रपूनिश्र ब्रांजाषिकां★ कtब्रन । ख्यानैौखन श्वांनाब्र भश्सलजनtक खेभ्यूख नजद्र निब ब्रषूनिररु ‘ब्रांचा' फेगाषि गाच् कएब्रन uरु९ दार्षिक शक्र छैको कrब्र गृङ्गकाग्न छिङ्छङ्ग बकब्रब्रि बम aइन फ्रब्रन । नषांव मरक्षप्लग्न cनeब्रांन ब्रांज शत्रगैवग्नाक चमांब्र e० हाँजांब्र छैॉक नजब्राँश क्ब्रिाँ निर्शिववांटन अमैौनांग्रैौ cखांtनंद्र बाबझ कब्रिग्रा शtब्रन । ब्रजू नूठन बभैौनाग्री "דאיל" שאיזיאף אזיttאז5 וואן" - אזו"8 ושוא פי উপাধি ভাগ ৰঞ্জির রাজৰোধৰ সিংহ উপৰি এংশ VIII , . - % 3е कtबम । किहूश्नि नहज iबाथ इषूनिश्रश्न भिचांवर धवैः । *ाकूटबन्न विडीच बांड नांच्चांदन *ांडूबछ ●थरनोब ७कमाध *ांडूब्र रेशम्र भजग्डांगांवटम झङ्कड इदेtणय । * किमि मवांव अशक्षड जबएक जांनारेरणम ८ष, ब्राजी ब्रपूनिश्रूशन छीका कप्न्न cष गन्त्रकोत्र बिश्ड cच्ात्र कप्ख्रिश्म, अथम प्रिक्रड १ ७१ जांग्र बूरुि श्रेब्रादह । वांखविक ४७ve ईडेtcण गङ्गकांग्र जिश्ठ श्रेष्ठ १७०२४१९ sाका ब्राथच जानांच इहेपछ। नदोष ७हे ग१योएम ठ९को९ झिइएक खेvश्फि श्हेtणन ७ ब्रांज ब्रपूब न→खि अविकाँब्र कब्रिब छैशन्न *ब्रियां ब्रदर्श८क वनौ कब्रिङ्ग *ॉफ़ेनांब्र णहेब्रां ८*ांtणम। ब्रांबी प्रयू नणाब्रन कब्रिtणम । नवाय ॐीशंरक क्षब्रिrङ cणांक मियूख कब्रिtणन । किङ्ग किन गरब्र डिमि मिटखरे चांनिद्रा ५ब्र! त्रिtणन ७ झरम नवाप्दब्र. ७धंगांन शांड कब्रिछी शूमब्रांइ वब्रांtखा थलिहैिठ श्रेष्णन, किरू ७षांब्र टैंIझांब्र णपण नमज्रां शूलं शरेण । ठिनि गग्नकांब्र बिश्रङब्र ठश्नैौणनां★ भांख श्रेग्रा ब्रहिtणन, एलtश क८ग्नकश्वामि aांभ ‘ननक ब्र' *ांऐ८णम ७द२ गब्रकांब्र जिश्tउब्र बिठांब्रानि कार्षी कब्रिट्वन, यजब्रि कहे नूद्र कब्रिtवब a cमtथग्न ऐंठब्रठि कब्रिtरान चैौकांग्न कब्रांग्र ‘जांझहे’ रुग्न अश्tण अश्किब्रि भाहे८णन । ब्रांज ब्रपू जैौबटमब्र अषलिहेकांण ७lहे नफण वर्ष थलिनांणन कग्निब्रांश्tिणन । ५१७७ १डेटक ऊँाशत्र शृङ्गा श्न । ॐांशङ्ग ८जाई शूद्ध विकूসিংহ পিতৃ অধিকার প্রাপ্ত হন, কিন্তু অপুত্রঞ্চাবস্থার ১৭৪• धृडेitण •ब्रtणाक गंभन क८ब्रम । ईशंग्र अपिछ। म८ब्रथrनि५छ् ४°क्लक गwद्धि अधिकांब्र क८ब्रन । ११es थुहेtएक मषांव अांगैौरानौं पैं छैiहांtक कtब्रकtी दिशएइ “ज़खङ्गाँ९” अांशांद्र कग्निषtब्र अ१िकtब्र थणीम क८ब्रम । मtब्रवनिरह uहे यषिकांब्र *ाहेब्रा (थलि अांनण cमोजांब्र *cग्निर् िि’ ब९ि •॥• ऎीश्], अथ८ठहि क्षणिष्ाट्टङ्ग् ●यtठाक छैों कांग्र uक थांनt, थtछाक कबूणिग्नष्ठछ छांकtब्र भङकब्र २९ प्लेको श्न ७ वर र्मिल अथैौनक्लिप्स श्रृङकङ्ग २०९ छाक माणिकाम आनांद्र कब्रिह्छन । ११४० शुडेtण ब्राबा नम्ब्रप्अब अण्जकाक्राब श्रृङ्गा दा।:डिनि पूर्खास्त्र ५कनां५ *ाइम्बन्न cजाई५ज अडाथक नखक अश्4 कब्रिग्रा शन ।। ७३ गमब्र गर्दछ भभूवनैौछ निकहे जांबद्रा मायक शरन ब्रांब झागान दिण। ७५न७ cनषप्न वृश्रब झcfब्र ভগ্নাবশেষ আছে। এই দুর্গ দ্বাৰা স্বযুগৰত কয়াইছিলেন। अडॉन ब्रांज ररेश ११७२ १डेप्च नब्रडात्राब थानान নিৰ্মাণ করান। এখনও সেই গ্রাসাদ বর্ধমান গাছে ও তোমারপক্ষা এখনও লেংখনে ৰাম কৰিছে।

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