পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টম খণ্ড.djvu/৪৩১

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; बूरषञ्च मनोरङ ७ द९णब्र ७ यान २० निन सtङ्गब्र जखर्ष ! बू८षब्र मनोरङ २४ मान • • बिन ब्रदिष्ठ अखर्षलांब्र रूणि ; ইকালে মন্থৰ হুবর্ণ, এৰাল ও বিপুল যশোলাভ করে ৰং প্রমান ও পরধন প্রাপ্ত হয়। বুধের দশাতে ২ বৎসর ৪ মাস ১• দিন চজের অন্তর্দশায় *াল। এইকালে মন্থন্সের শঙ্ক ও পৃদিগন্তু হইতে ভয় উপमंड श्छ ७ नानायकाब्र कडे श्रेष्ठा थारक । वृ८५ब्र भ*ांtठ s द९नग्न ७ भांग ७ निम २० न७ मचरणब्र শার কাল । এই কালে মকুস্থ্যের শিল্পোরোগ, হৃদয়পীড়া, l শনির স্থল দশা ভোগের কাল ১• বৎসর। তাছার মধ্যে बाण ७ निम *२० न ७ *निग्न निजांख#* । ७हे जमtब्र श्वणजूखि जदणचन कtब्र ७षश् शैौ ७ ५tञ्चब्र निकb ुताश्, अर्षकब्र, रुकूविनात्र, वित्नश्रृंशमन ७ मिशानदान _छठि otश्व इब्र। শনির দশাতে ১ বৎসর ৯ মাস ৩ দিন ২• দও বৃহস্পতির অন্তৰ্দ্দশার কাল। এইকালে মনুষ্য দেবতার প্রতি অনুরক্ত o घ्नांख eथङ्कडि हरें ब्रां विविष जन्wखिगाड कtब्र cqव९ पछांशग्न **छन्नां* इब्र । শনির দশাতে ১ বৎসর ১ মাস ১• দিন য়াহর অন্তর্দশার । uहे नभएइ यष्ट्रयवाग्न दिtन**मम, शङ्कविरचय, भिबछब्र ७ কন্মাৎ জমিদাং প্রভৃতি নানাপ্রকার উপত্ৰৰ হইয় থাকে। ननिग्न जनाrड • ब९गद्र » मान •• निन उtजब्र जखদশার কাল ; এইকালে মন্থয্যের বন্ধুসমাগম, ভাৰ্য্যা ও খিত্তhাভ, দুখসম্পত্তি ও সৌভাগ্য বৃদ্ধি হন। ! *मिब्र ननाप्ङ • भान २० मिन ब्रबिब अखर्कलाब्र कांण । এইকালে মন্থন্মের ধন পুত্র বিনাশ হইয়া হুঃখবৃদ্ধি হয় এবং झैँयौवन ७ गण मडे श्व । { শনির দশাত্তে ১ বৎসর ৪ মাস ২ দিন চঙ্গের জন্তর্গশায় কাল। এইকালে ময়ুৰোয় বঙ্গুৰিচ্ছেদ, খ্ৰীৰিনাশ, কলহ ७ मांमायकtग्न नैौफ़ इहेब्र थारक । श्रृनिम्न नश्रृंtएक ४ मीन २७ कििम s• न७ बजgणम्न अख्! *नाब्र कांण । «हेकांtण यश्शब्र cवनङाण,-नैौफ़ ७ नाना ; <थकब्र इ:ष श्रेंद्र थांरक ।

  • निब्र बनारङ • व९नब ७ मान १० विम २० न७ बूटशब.

अडर्षलांब कांण ।। ४ऐकारण बइक छांनाषांन् ७ गत्रानछाजन हऐवां नूज-cनोख जांड कtछ ।

  • VIII

ङ्गो [ 8३s ] ब्र काण । ७३कारण भइषा थनांका, शूबवान् ७ शांश्विक इह । | ७ उझब्र इहेrउ छह uद९ जज्या ७ गांtन नैौफ़ श्रेब्रा په ۰ د آ अथों o इर~डिद्र इग बनाइ नजिबान ४० वरनछ । उदांब थरषा ७ व९णब्र 8 मांग ० निन २० व७ बूरन्नडिब्ब निजांख्र्षभः । esऐ जमदग्न बन्नरकम्र नरभूज, छनश, छशोक्ति, cनौबाद, धष ७ अंखांबांधि यfरून ॐगांपछ भद्र । बूश्चडिङ्ग नभां८ङ ९ व९नद्र * यांन ४० मेिज ब्रांहद्र अञ्च**ाब्र कांण । esऐकांप्न जकन्यां९ छड़ ७ ब्रांखनैौफ़ aबङ्गछि छेन्जब ५१ब६ बकम ७ श्रनखांनानि श्रांप्लेौब्रिक cङ्ग* हरैब्राँ वॉ८क । বৃহস্পভিয় দশাতে ৩ বৎসর ৮ মাস ১০ দিন শুক্ষেয় অন্ত#*ांच्च कांण । ५३ कारण भक्लङन्न ७ यचूनां* हरेब्रा मांमeचशtब्र cझॉंगं aष९ ।ेौक्षि८षti Gवं७ि८ख मनिteवंऽंt॥ कूःष नांब्र । बूझ्न्नंडिब्र नभtिङ • द९णब्र २० निम प्रदिब्र अछर्कलांद्र कांग । ५ऐकांtण बिजणांड, शमांर्णय, ऐल्लेख्मांढौणांछ esष९ ब्रांछाँव्र थिव्र*iांग्ब इब्र । नृश्योंपिळग्न नभंitठ २ द९गङ्ग १ मांग २० निम छ८अब्र चञखर्कलाब्र काण । ७३ नभएग्न फेखभाईौणाख ७ लझङब्र रङ्ग ७वर नकण थकांग्र cद्रtशपूड हरेद्रा ब्राजफूणा नद्राम লাভ করে । ट्रश्न्wiछिद्र मर्थांtड • रु९णग्न 8 भांग २७ निम s० न७ भजtणग्न जक्ष**ांब्र कांण । esऐकांtण भष्ट्रवृJ अङिनग्न cजांशैौ, नजनांलक ७ श्रौग्न छांद्र डौनमनन श्द अदर cनोजांभाजूड হইয়া জুখে কাল যাপন করে। यूहन्नीडिब्र भ*ांtठ २ ष९णम्र ०* यांन २७ नेिम 8० घ७ बूथग्न अखर्कथांब्र कांण । esऐ गमtब्र भष्ट्रक कथन छह ७ कथम जशश् एरेब्रा कदम ऋ१ ७ रूषम जश्रष cखां★ कtग्न ? ७हे नभरग्न नज वृकि एक ७ cनवभूजांब्र चइब्रांण जरग्र । दूरस्थङिब्र नलांtफ » द९गग्न * भांग ७ बिन २० म७ भनिब्र अखर्कशांग्र रूtण । ५ऐकांtण भष्ट्रवृ cषष्ठ नश्वांtन प्रथtछtण रू८ग्न ७lद१ विखबिरौम इहेब्रा नर्दिन जशन कtté णिधं इब्र । ब्रांझ्द्र हूणनला ४२ व९नग्न । डांशॉब्र भ८षा ब्रांश्द्र निरअब्र २ व९गद्ध 8 घान cडां★ कांग । अहे गब८ग्र दौविध्यां★, वज्रमांल, नद्धाङब्र ७ जर्षनांनं ह३ब्र थांरक । - . ब्रांशद्र ननांrउ २ द९नब्र ° मांन सप्अग्र जखर्कभाग्न कृणि । अहे गभtब्र बांचc*ब्र नश्डि बिजक, कैंौनांछ, विखनक्षब्र ও বন্ধগণের সহিত ক্ষেৰবৃদ্ধি হইয় থাকে । মাছ শীতে ৮ মাস ब्रविंद्र चखर्कभfब्र कjल ।। ७ई कftण भङ्गङब्र, छब्रांनक cघ्नां★, जर्षनां★, ब्रॉअङब्र, अठिनंद वाषr७ निप्ङ्गाङ्गिींषि नानtबशौ॥ लँ ७भविड श्ङ्गः। ब्रांझ्द्र गनtएख १ १९गद्र v मान छtत्रब जलवधात्र कांग । ی۔ ه به ه" . . . . * • * -