जjब्रांEैकाँ SSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSAAAASSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSSS . ३किशtन. जब्रजाबtषङ्ग जत्रकांण १०२v हिजिब्राँ (जर्षीं९ s४०० द*ाश)८गeद्रा जांtझ्। छांश इरेट्न मांज्ञां★ जयकणि ১৬৯৭ খৃষ্টাৰ হয়। বাদশানামার মতে, ১৯২৪ ছিঙ্গির १> शश्ब्र (*७** शृंहैitश २०4 मांझर्क ) लांब्राँग्न जत्र ह्छ । प्राब्रांब्र गtशनद्र अठ आsगै ७ इत्री ठ*ी हिण । cभद जखांन ¢गcषग्न गभम्र 8० व९णब्र शम्रtन चमजिब्रां ८ष१भ ००s० झिजिब्रां ( ४४२० धृètरक) *ग्नtणांक १मन कष्टब्रन । uहे गभग्न माग्नाव्र दबग ५० ष९णब्र भांज ।। *ांश्जांशन् उषन s १९णनियांब ब्रीषस् ॰itरैष्ttछ्म । श्चां, चङ्गशंखष, भ्रूक्षांनि ७षः जांशन्ञाब्र, cब्रोशन्जांब्र अफूछि नाश्बांशप्नब्र ३ठिशंग-aशिष्ठ जडांम*१ जब्रॉब्र जाशंगब्र गtशांनब्र! हिtणन । कtधौङ्ग इहेtङ लांtशtब्रग्न श्रृंtषं षषम s००१ हिजिब्रांद्र ( १७२१ १डेप्च) जांशगैtब्रव्र शृङ्गा श्रेण, उषन मांब्रांtभएक भश्चन प्रज ७ष१ अब्रवtजष नूतजांशंtनब्र निकटकैरे श्रिणन । नूद्रबांशन् बनिs ७ नमtग्न निब बांभांडा भाइब्रिब्रारब्रव्र जछ शिल्लेौब्र गि१हीनम हखर्णाङ कब्रिसांब्र cछहैiग्न बारह हिtनन ७व१ ठछछ नारजांशन् बाडू-भूयौ जीमांड इईtणe ॐशंद्र बिक्रकांछब्र१ कब्रिटडशिष्णन, क्रूि बांडूप्यूबैौ गखान बणिद्रा भाइबहारमब्र नडांनविशटक र्निtबद्र मश्रण निरबब्र निकts ब्रांषिग्राहे शांणम श्रृंiणन कब्रिtङम । ४ गभग्न जांब्रांङ्ग दग्रण २• ब९न भोज । बाशनौप्बन्न वृङ्गान्न नभर्इ भाश्वाशन् चनां&ांध्र हिtणन न, ब्रॉक्रिलोरड) हिtणन । *ांइब्रिब्रांब्रहै ब्रांजागाच् कब्रिtवन ७कअकब्र श्द्रि श्रेग, किरू ग्रूष श्राइग्निब्रांब्र cगरै नभन्न जाँat ठां★ कब्रिव्र जांrहांtब्र निष्ठांब्र ५न ध्र', चक्षिुध्रि बङ्गनिtड citणम् ।। ५aतािंश् ब्रौ रैब्रiङ्गडि थै ७ cनमांभखि ऐब्राबिनू $एकोण जांगकू बैं (नूतबांशदमब्र बाफ) ब्रांtजाब्र विशृथनां निवांब्र१ सेtकएल धनक्रब्र (जाईाँगै cब्रब्र cबाई नूरजङ्ग) शूब यूणांकिtक निष्हांनष्म बगांहेवाब्र !. जछ नूद्रजांशrमङ्ग चैौद्र चडियांइ निक कब्रिवग्नि ७कनिन जांtश पञांक्षांश ठेनहिङ शहैtनन थgथ१ णदर्दtt& *ांश्छांशष्टमब्र श्रृङ्ख्यो एक ब्राडौीव्र अक्किोन्न इऐरफ प्लेकोम्न कब्रि गोलिक ॐ मांमक uक cनमां★डिग्न झाड ज*वि कब्रिह्णन । ८कौहिबनेिनरक निब्रtथन कब्रिङ्ग जांनरू वै बांबांडांब्र बछ निश्शनम प्रभर्षभडी हेब्रानण्डइ नब्रांभए4 जूनांकिtरू निश्शनtन वनाहैध भाँकि*ांटङा जांबांखांरक चांमिएक **ाहेष्टणम । 8 मांन श्रtद्र (४७av १डेप्च) ० भांश्चांशम् श्रानिक जांsांद्र সিংহাসনবিরোহণ করিলেন। শাহুৰাহাৰুখাৰ্যলাভ কৰিবাৱ [ tos ]
- *४२१ ईडीएचत्र भरोपिब बांप्न जोशनैछद्र शङ्का शश अप ss२> १डेोरचद्र कजन्हॉकेि भीरन नरक्षरीन् गिररांगन शाङ काभ्रण १ ·
দায়াশেঙ্কে{ --- ● ब६नन्न *ट्टब्र चर्थीं९ ४७e० श्रृंडैiएच { ४००० हिजिजत्र) १७ वृ९णब्र वज्रध्न अब्रांङ्ग बिबांह इस्त । अtईtशैtङ्गग्न बिर्डौब्र श्रूझ कूभांब्र "ब्रप्वरबत्र कछ मनेिब्रांद्र शश्डि कांब्रांब्र विकाइ इब ।। ५३ क्बिारश्द्र छांद्र भूमषांब ऐडिशूर्क अर्ब रह नाहे । छैtहांब्र नंtॐ छूएलमान (*एक ७ *ि८नहम्र ¢ã¢की माrम कूहे शूज ज८छ । ४७४४ धूडेरक ( २००२ शिजिब्रांइ) प्रणष्ठान *ारजांशष्मग्न जांtनरल कूबांब्र अब्रवtबव कांशङ्गम्न भ्रूणउन इदेरठ रुकांशग्न अन्न कब्रिदाँग्न छछ नगम करझम, कांबूणङ्ग *icर्ष अझांमैौ श्रृंॉकृझां शैः मामक cगनां★ठि कांकांशांझ जहब्रग्न झब्रभां* ७ इश्९६गछनल शहेब्रां ॐांश ब्र गश्ठि भिलिङ इन ? उच्न नछनश अक्छ कब्रिा अद्भुक्त्जक कालाशब्र झुर्ण अक्ष्ब्राक् काब्रन । झर्णe शृङ्ग स अञ्च श्रृंtख भूर्ण हिण। ভিতর হইতে জঙ্গল বৰ্ণ হওয়ার মোগল স্ট্রের গড়ান রায় श्रेब ७गि। चङ्गनाबाबद्र अशैत्न cष झरे रुमान हिन, अनदब्रङ क्लफ्रिड कृफिरड ठाशग्न झहेणै कॉब्रिl cशन । अज्ञांभैो भांझल्ला पैग्न cननांभरण बैौब्र-३-ञाउिन कांनिभ र्थी - जरीौtन cश *ौीहtी रुभांम झ्णि, उांह शहैtड शनि७ जवि ब्रड cशांण बर्षण हरैtउहिण, उधां*ि विt*थ cकांन झण झहेण मो । अनर्थक दोङ्गङ्ग ७ cोण कङ्ग इईएड शोणि, किखु विन्नूमांखe झर्भक्षश्न शहेण न ! नश्दांश भाइजांशांटमब्र निकके cऔझिण । अग्नe t१क$ विनंtनग्न क्रूजणांठ इहेण । *छऔग्न मिकछेरुसैंौं छेजहरुक ७ अणभांम जांडैौग्न मांझशांप्नब्र दिtणांशै। हरेब्रा अझ जनिटे जांब्रड कब्रिण, कांtबरें प्रगडांन ४७e२ भूटेरिक जब्रकtजवtरू जवtब्रां५ ॐाहेब्रा किब्रिब्र জাদিতে হইল । अब्रवरजक् किब्रिह जांगिरण, कूबांद्र बूजन ऐकूदणि मांब्रl.cनष्कां शृङ्गड गश्कांtद्र जांनाहेरनन cष ठिनि कृांकांशङ्ग निच्छ्रं झङ्ग ब्रिडि श्रiङ्गिामि । भश्चिन् िcषां १:झ कथाग्न विश्ण कब्रिङ्ग छैइएक cगरे रु९न्एब्ररे अधिक म१क्षाक cनना aष९ कांबून ७ बूगठन यtश्रीब्र नांननकईच थनाम कद्भिङ्ग भाऊँॉरेरणञ । शांब्र शांटहांtद्र अँझहिब्रांदे मूररुग्न जां८षांजरम ७ठ काल श्रणन, cश जां८ब्रांजन कब्रिtख ७क क्९नग्न जबग्न गर्भित्ड भाररु, डाँइ डिनि s कांप्नद्र थापा कबेिइ ८कणिरणम। छैiहाँग्न गtब ‘किभावग्न-कूल' (cमनंबन्नैौ ) ७**छ-छबन' नांcब इऐ अफि. यूहक्कांद्र कांथांम छगिण । श्वरै इरै कांबांtभ cष cभांग kनeहाँ श्रेछ, छांशांङ्ग ७जभ ४.A४ थक मन जांछे ८भक । अतञ्च ७कन्नै कांबांन हिण, छांशद्र cनांणांब्र ७अभ ●t७धक घं१ cबॉण cनंङ्गt ●छख्छिछिवि e शांचाँग्न भव श्वांक्ष* ९**४० नं* शैन नरकं★tभत्र १ भनछ