আরাশেকো [ &S • } স্বারাশেকে जचंदिब्रारी निबूङ कब्रिएगन ५ष९ निष्ण ग-कां९ श्रेष्ठ cख१ ष्ठांशांश्चाडि शां१ि:शन । द्रि! वङ्ग१ च८णव्र ७िद्मांश्च জয়জজেব শ্বদলের সমস্ত বন্ধুকধারীকে সম্মুখে স্থাপিত করিলেন ও এককালে সমস্ত তোপ চালাইতে আদেশ দিলেন। দ্বারা হঠাৎ এত গোলাগুলির আক্রমণ সহিতে ন পারির इब्रिा आनिएणन । cण निन बूद रेश८ङहे cनष रहेण । गब्रनेिन लांब्रl धूम्नांनtक थाङ्गमण कब्रिटगन । ९णैौण-ऊँझ! पं uरेनिन नांब्राग्न मरण गयूषसांtश नांद्रक् हिरणम। उिनि একবারে সহজ উজবেক তীরনাঙ্গকে মুয়াদের হস্তবিনাশার্থ निबूङ कब्रिह्णन । मूबांप्नब tनछमण ७ रएँौ ७कबांcब्र गइटव शांछ्रीब्र चांजय १ जश्tिङ •ांब्रिण माँ । श्रहौफ़े गगरेइ वारेन्डश्णि, क्रुि नूज्ञान उाशब्र भाषइ श्रृष्णाबरु कहिंद्रां ब्रांषिtड वणिरणन । ब्रांजशूखग#िाग्न ब्रांजाब्राम गि१छ् *३ गभद्रव्र चैौब्र नैौडदननषांनॆी गछनण शऐब्रां भक्षणञ्च इहे. লেন। তিনি মুরদের প্রতি ভীষণ বর্ধ নিক্ষেপ করিয়া ৰলিলেন “তুমি দারাশেকোর সহিত সিংহাসন লইয়া স্পন্ধা করিতে আসিয়াছ ? মুরাদ নিজ হন্তে তীর মারিয়া তাহাকে বিনষ্ট করেন । তাছার অধিকাংশ পীতবাস সেনা প্ৰমত্ত হস্তী কর্তৃক বিনষ্ট হয়। আলমগীর-নামার মতে, অরঙ্গজেব ७हे नभ८ब्र गद्वेगछ अभंगब्र एहेब्र। भूब्रान८क गांशषा कtब्रन, क्लि भून्डषद उन्-नूबाष्वग्न अश्काब्र घोब निऊाद्र (डिनि এই যুদ্ধে অরঙ্গজেবের পার্থে উপস্থিত ছিলেন তাহার ) भू८४ ७निद्रांझिरनन cष चमब्रजएजय गांशषा कब्रि८ष्ठ हेक्र कब्रिग्राश्प्णिन दर्पी, किस्त्र घाँझ ७t% नहे । ७हे गमएब्र ब्राप्र्राब्रग्नाथ क्लोनिश् ब्राणश्रृङएनन। गद्देब्रा अब्रथएजएषब्र ६णप्छब्र भषाशन श्रांकभ१ कब्रिrणम । भ१|ভাগে অরঙ্গজেব নিজে সেনাপতি ছিলেন। রূপসিংহ बूरक प्याक्त्र कब्रिब्राहे उद्रबाह्रो श्रण दिणक्रप्ननाङ्ग भाषा eएयर्थ कब्रिtणन uरु१ चैौघ्र अर्थ छrां★ कब्रिब्रां विक्र दिनां* कब्रिह्छ कब्रिटङ अब्रत्रtज८दब्र श्लौ णभा कब्रिब्रां फणिtऊ णांशिरणम । ८कहरे ठीशांएक बांथ निtऊ गाब्रिग ना । श्रृंझब्रtङ घांन कब्रिड्रा डिनि एउँौशांtद फे*हिउ श्रेष्णन uद१ शषनाग्न नफ़ि कॉाँठब्रा शeनी cभणिबा निवाब्र cफडे करङ्गनः। अब्रवtजय दिबिड झहेब्रा ७ cश्न जाँझ्णैौ वैौद्ररक औविड वर्गौरी कब्रिषाङ्ग जांtषभ cनन, किरू ६गङ*५ ॐांशद्र जां८नन বুখিতে পারিৰায় পূর্বেই এই ছৰ্দ্ধৰ বীরকে খণ্ড খণ্ড ৰঞ্জিয় কাটা ফেলিল। ब्रख्य पैं। ७दे गमग्न जानिद्रां बूकब्र छैौषनङ जांइ७ वाफ़ॉरेबाइगन। अरे ऋरु इउन वै ७ ब्रांचा इजनीग निरड হন । দায় এক যুদ্ধে এতগুলি সেনাপতিকে মরিতে cबषिब्रा थाग्न इउदूकि श्रेब्र! *ज्जिtणन । uहे गमाग्न ७की «णि चञांजिब्रां ॐांशांद्र झाँ७षांञ्च श्रृंज्जांब्र ठिनि छकिङ ७ खैौड इहेब्रा निब्रह्म अवशांब्र ७कüौ cषांफ़ांब्र खेलििब्रां *फुिरणन । हेशष्ठ ' मांग्र७ भनिहे पछिंग । ॐाहांद्र ६गछनएणव्र कठकांश्नं उँiशंएक हांeलांग्न भtषT cमथिद्वङ न श्रृंहेिब्रां ह्छां* इहे ब्रां *फूिल ७ कठकाश्नं ॐाहां८क निब्रळू अयहांग्न cषांफ़ांग्न চড়িতে দেখিয়া বুঝিল, তিনি বুঝি পলাইতেছেন। তাহার যুদ্ধ ত্যাগ করিয়া পলাইবে কি থাকিবে এইরূপ বিবেচনা করিতেছে, ইতিমধ্যে আরও এক ছৰ্ঘটনা ঘটিল। একজন সৈনিক এই সময়ে দারার পৃষ্ঠে একটী শয়পূর্ণ তুণ বাধিয়া দিতেছিল। সে দক্ষিণ হন্তে তুর্ণটা ধরিয়া वाम रुछ चाब्रl cषभन वैश्विांग्न किङ घूत्वादेग्रा मांनिप्र, অমনি একটা কামানের গোল জাগিয়া তুণসহ তাহার मकिन इरडी फेफ़ाहेब्रा गहेब्रा cश्रृंग (gरु९ cन cणांकछेie মারা গেল। ইহাতে নিকটবর্তী চতুৰ্দ্দিকৃষ্ক সেনা একান্ত ভীত হইয়া পলাইতে লাগিল। তাহাদিগকে পলাইতে দেখিয়া ও দায়াকে হস্তীপৃষ্ঠে না দেখিয়া যুদ্ধে নিযুক্ত অন্তান্ত সেনাও দারার মৃত্যু আশঙ্কা করির যুদ্ধে ভঙ্গ দিল। দার। সে তন্মলেনাকে নানা চেষ্টা করিয়াও আর ফিরাইতে পারিলেন ना, उषन *कब्र कांगांप्नब्र भू५ मैफूिाहेब्रा निरशनएनब्र আশা করা অপেক্ষা প্রাণরক্ষার্থ পলাইতে প্রস্তুত হইলেন । লিপেহয়শেকে ৩• । ৪• জন অমুচর লইয়া তাহার সহিত भिणिऊ श्हेtगन । नtग्न श्रांब्र७ जश्टव अश्वाप्द्राशै। ॐांशtन ब्र সঙ্গ লইল । পিতাপুত্রে তখন ক্রতপদে জাগ্র অভিমুখে *गाहे८गन । लज्जनग आनष्म दिछ८ब्रां९नtद भछ श्हेण । अब्रथएजब बूक जग्रेौ इहेब1 श्रांनtन्त्र अषण्म फेनानना कब्रिtगन, भtइ चब्र६ शिबा भाव्राग्न "ब्रिऊाङ निदिब्र श्रषिकांब्र कब्रिtणन । भूब्रांश नद्रौद्ब्रव्र नांना शtन ७ भूt१ बिरुम শরাঘাত পাইয়াছিলেন । আরঙ্গজেৰ সৰ্ব্বপ্রথমে সেই সকলে &यष थtणcनब्र यावह। कब्रिग्रा ठालांब्र दौब्रtषम्र बcषटे মুখ্যাতি করিলেন। অবশেষে তাহাকে ভবিষ্যৎ সম্রাটু दणिब्रा नएषाषन कब्रिवृा मूर्ष अछिमानैौ ब्राजनूबरक धtकबारब्र ऋणारेब्रा फूनिएगन। पूजाएगइ शeनाइ भारब ठौद्र अख् ঘল হুইয়। লাগিয়া গিাছিল যে, যেন একটা বৃহৎ সম্বাক্ষর मङ ८बाथ श्रेष्ठश्लि । नन्नजिष्ठं ७हे एi७मां भूब्रारमब्र चैौब्रtपाद्र मिश*न चङ्ग* वझ्कfण (कझकञ्चिब्रां८ब्रब्र जबङ्ग •र्षrख) . cबाश्रणब्राचको७ोप्द्र ऋब्रकिङ श्णि । সপুর দায় সন্ধ্যাকালে ৰিনালোকে স্বালয়ে পৌঁছিলেন।
পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টম খণ্ড.djvu/৫১২
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