পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টম খণ্ড.djvu/৬৩২

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{ ఆఖ } SLLLSLLLSDDSDDD DDDDD DBtt SS S S SDYDDB BDD SDDDDDDS cलएक इ१८ष छ अब्रुक बधन८७ छ जजनिध १ ४ : , कछांनि छ बग्न ऋडेिर वह बचां३ि cवबछ** भशच्रबश्छि ब्राप्म झागानप्चा श्ड्चाङका । शङ्ग लाब्रछि विर्षक अब्र गरे: थचक्रर्ख ! अकांनू शखाव ब cगरी न इर्गtभत्रिकीर्डिंड ॥“ ४ शशां बिंबं घश्चाद्धि शश्वविख! भिfिश्च शृतः । * झर्ण नांमक नछी मशवित्र, जश्नांब्रवकम, कर्ड, c*ांक, झषां निव।। छ भ्रूाखिश्tिश्चच। चाक्षीं चि: । झुःष, नङ्गक्र, नमन७, जग्र, जहांछन्न, चणि छब्र बच६ एखां८क७ फू*ः श्रूडेउथ भाखिणéांश्रितवठा श् िगा ॥ cब cनकै इनन कब्रिब्रां★ांकन, छिनिरे कूर्णt नttव थrांछ । कङ्कप्é गामशांनांकौ cशांtणांप्क ब्रॉषिरू गर्छौ । (Gवङ्गरिङ५७ &१ चः ) भएर्रुी जन्रौष्क क्रौtब्रांtन बक्रकछ नठी 5 गा ॥ DDHHHH DDDu DDD BBBDH DDDS DDDB BDDDDD DDDDDDDBBDS श्रीङ्ग द्धीष्ट्र- : . স্বৰ্গলক্ষ্মীশ্চ ছৰ্গ সা শঙ্কাদীনাং গৃহে গৃহে ॥ *जर्सtf१ शबङ्गऋांकि,अणलांमेिं छडॉनि छ । गा दी न झ गाविडी विछाषिéॉफूएनबछ । দদাতি ইঙ্গিষ্টালেকে তেম লা সৰ্ব্বমঙ্গল ॥* ৯ बाही गा लांश्कि भङिः ●छां*द्धिwक छांकtब्र ॥ tबईौ नकgब्राह शुनरब्र थtfकgण श्रवण क्तछ ७ जडिशभिश्छ कण नाम कछन, ५हे जछ cणांएक ॐांशद्र नाम नक्रमङ्गणा । “শোভনানি চ শ্রেষ্ঠানিয়া দেী দতে হন্ধে । छखांनाभारुिंइब्रगै भघणf cउन ग। वृष्ठ ॥" किनि छखानिभधक cनांख्न चर्थब1cथंई कण बांब्र क८ब्रन 4द१ छकृनिएल्ल ए:१ fबकाँग्नल क८ब्रम यणिब्रां ॐांशञ्च मांभ भणणा ।

  • निंबां भूखिा: अबांथाtछ। ८षांगिनां९ cबांकभाबिमैौ । चिकांब्र ८षां ज८नटभदौ निव! ८णांएक छड: इड ॥”

शिंद भएकाग्न जर्ष भूडि cनर्दौ cयांशिंभtर्णब्र cमांककांद्रिक । १िबस्रणं निबिख cनशैड् प्र्षन काङ्ग एष शिक्षt ofशङ्गि नांघ विशां । يو ...؛ *

  • cणांभएर्षfामिtगईौलेि दछ cब्रजां१ि छां★fक् । cख्न जां खाचक cनवैौ भूमिलि: श्रृंग्निकैौरूिंछ ।”

छछ, ५ई ७ वाष्ट्र ऐशब्रl cनर्देौद्र जिएमज चब्र", usऎ जछ : भूमिशं५ ॐtएां८क बfचक श्वणिब्रां थांटकन । “ধোগাজিা জু ৰ দণ্ড পুনর্জাত হিমালয়ে। পূর্ণগুর্ব্যেক্ষুবর্ণীত জঙো গেীতি স মৃত্তা " cषांभांनरण शिनि जाँगनांच्च डएनई कग्निब्रां हिमांणदब्र भूरिप्र्षीन्दू गहन ब्रन पॉइ१कब्रिब्राझिणन, खिनिरे cगोत्रैौ।

  • श९ बच ह१ भि१: csttत्यक्षगांङ्गं ह९ खिम् । याजनांदगमाराणि कांडान्निभैो वडा बूषः ॥”

क नएच अचा, क *ाच क्षिक ७ क “श्रृंरचं अश्वनtब यूकांग्र । अग* ७ निय ®ाहांएक वां★१-कद्विध्न चांद्रह्म *द१ अश्वनtब्र ॐांशांश्न क्चम वणिब्रां ॐांशच्च जांध काँडाiछन्नैी ७ १ cरौ॥ चक्षु:षष्टैश्वर्ड्श्ंहि१॥ ५:ख-ः.}ं । • नफेक जिन स्कन्धावविकजिन्नन्तरूतनकनी -

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बकोतवाई अकच्षि७**भ ओझ१. শোভা শক্তিঃ পূর্ণচঙ্গে জলে শক্তিশ্চ শীতলা । ऋछत्यन्रष्ठिश्वङिwक क्षtब्रशt 5 षब्रांशू अ ॥ ব্ৰাহ্মণ্যশক্তি দ্বিপ্রেষু দেৰশক্তিঃ স্বরেষু লা। তপস্বিনাং তপস্তা সা গৃহিণাং গৃহদেবতা। মুক্তিশক্তিশ্চ মুক্তাসাং মায় সাংসারিকল্প সী। मङख्ञांनां९ छङिअफ्रिकृ३ भग्नि एछफि54यालां अलौ ॥ নৃপাণাং রাজ্যলক্ষ্মীশ্চ ৰশিঙ্গাং লভ্যরূপিণী । পারে সংলা লিখুনাং ত্রী ছন্তরভারিণী ॥ সংস্ক সজুদ্ধিরূপ চ মেধাশক্তিস্বরূপিণী । दाषिांनख्थिरडो नांtश नाकृथङिक्र शांड्रयू ॥ चणांशैनां५ दियउडि: ”ठिडङि: गठौबू छ । ७वश्क्रwil छ वा *ङिभग्नां नख निषां★ गा ॥” ऋडेि, हिछि ७ णब्रकांब्रिगैौ जांना मांब्रॉब्ररी भखि । cय *ङि बांब्र! जॉमि वक्रांनि cनवड हाँडै कब्रिएडहि • मुक्tब्रां दिव्यं जब्रमूख श्रेष्ठ८इ, बकांब्र ऋाँडै श्रेष्ठtइ, cष भखि दिन थण९ षाएक नl, cगरे भंडिरे जांथि नियएक विवांझ् ि? अब्रty मिजा, भ्रूषा, हति, हरू, अक, क्रम, इच्,ि फूडे, श्रृंड, भांछि ७ णण्यांश अविप्नवड cगरे भख् ि। छिनि३ ६बडूd cभां८णांक१itष ४ बर6ी मशीनांकौ ब्रांषिक गणै, छिनिरे कैौtब्रॉक्नबूरज शी, छिबिहे दक्कमा जझै, छिनिदे ४गमाइ किनाषिबैौ, cवनकांब क्रमा इर्षी, खिमिहे. दांने, विथभtनक जरिोडी cनरी लांबिल्ली, छिनिरे जश्इि गांश्रूिभखि, एrर्षीब अछांभकि, शू{sध्वा cणांछनखि, अह्णन्न गैछन#पखि, वब्रांज्ञ DDDK DD DDB BDS DDD DDBBB DDHBBS रक्षणापत्र cदक्षखि, छिवि खनविवरणइ छणङ, झुदिक्टोक . १$ :}