দুৰ্গ । ब, कxिन ह* ब्रक रह न, किड़ बदरिद्रष्वज्ञ, अँीवनशक्बिी दरेवाब फेनबूङ cकन ब्रयनैs श्णिन न १, का?बरे न्कएण विप्लव क्लिडिङ दहेप्नन् । . . . जबtश्वरब अकांचानक क्लिडांङ्ग •ब्र गच ● भङ्गैौक्लि यहफिरक uहे कर्ष दणि८णन, ‘गकाi a गांविणैौइ. चांब्रांषा, cावडी विडूश्मांब बाउँौद्ध निबटक फूणांदेड नोंtब्रन, ४श्न मूबैौ ८कए नॉरें । मामि ॐांङ्tब्र खद कब्रिह्छझि, चवध छिनिरे निव८क cमारिठ कब्रिट्वन । मण ! छूबि७ cगदे बशग्रज्ञैौब्र गूंज कब्र, ठिनि cषब cङांथांब्र कछांक्रt* अग्रGइ१ कब्रिब्र भिदब्झ शंौ एन r बचांद्म चीप्श् िचिह्नं चषt१ङि ङिन गश्व.विश्वं ब९णच नििक्र एकाश्रच्छ ब्रिश्णिन । भ्रश्tश्वांश्च। প্রথমে ব্ৰহ্মা, শুৎপরে ধ্যানৰ দক্ষের সম্মুখে উপস্থিঙ্ক ইম্মেল ; डिनि बनाब कांयना नून कब्रिटबन चौकांच कब्रिह्णन ७षर शकएक वणिtणन्, “जांमि अविलएददे ८खtभाँङ्ग श्रृंग्रैौब्र #té cफjयांब्र कछांब्रप्* ॐ०*छ हद्देब्रां भङ्गtब्रब्र गङ्थगिईकै। इद्देश्य । रुषम छूमि चांमारक मांब्र स्रांनद्र कब्रिएर ना, ठ५नरे चामि ८षश्छrtण कब्रिद ' witग्न cमबैौ शक्र*ईौ वैौब्रिगैौब्र गté शथ्र&श्१ एकाग्नि:णम् । झषि भ्रशंभt॥ *ं चङि्ङ्गश् झनिघ्न। cशौषrम *नां★f१ कब्रिtणन । मशzनयएक गाहेबांब्र जछ मांडांब्र चाप्नtत्र मशप्नcवब्र गूबा कब्रिtउ गाशिtणन । cष बशरषद दिशांtश्ब्र जन्शू4 विएषधैौ शिष्णम, ७थन गडैौब्र क्रtन ७ गूजांद्र डैशद्र मम प्लेणिण, cडाणानां५ फूनिtणन । गणैौएक cनषां निरणम । गजैौ दबू dथांर्धना कब्रिटणम । भाभांब्रीब्र कथा एलश श्रेष्ठ न श्रेष्ठहे ‘छूमि जांभाग्न छाईi। हe' भश८गद uरे कधी दांब्र वाम्र वनिरठ शांशिtणन । ङषन अष्टौ दांगिटड शनिtङ वशिष्णन, ‘भामांइ निकांरक ब्रांबाहेब्रा जांभांब्र aश्५ पाङ्गञ * u३ वनिब्रा नएँी मांडांङ्ग बिकछै छलिब्रां चागिरणअ ॥ जहांcनवe हिमांणङ्गea८व्ह eयंtजून् कब्रिघ्नां गडैौब्र विब्रएर दांडूण एश्tिणन, बकाएक जांननाञ्च मरईब्र कथt, जानारेrणन । बचांब यरमांब्रष गून श्रेण । छिनि बचएक निब्र थिएबङ्ग भरनाश्छांद बांनाहेरणल ! मचe ●कूझ छिtख नडोरक शचयनांज कब्रिटनम * थइठिभूश्रवज्ञ विजय हरेण । कणांनभिग्नि-कमरब्र ७ श्धिांगtध भशांटगोवैौ मौथभाँडच निकके निव निवांपैग्न नश्ङि मांनाझरन विदांब कब्रिrs. णाभिरनन 1 खरेब्रrन किइक्मि जडौड रदेण। नक्र भशषप्लद्र,जह*ान कविtणन १ जकण cत्रवडाश् *शब चरल नियद्विक श्रेरणब, cकवण भशरमन कनांमैो, अड७ष दलांई माझ्न, wरे काँक्षd. बच उीशरक निवडक कशिष्णन it es i 鹅 -- - -- अगिढ़ cन ऋजcनांक्वर्षै.दक कैरएकक चाक्षांन करकन बाहे । पक्न् बडी निउाङ्ग यहे झुत्रशम्बब्र कक्षा,शनिबन, क्रशभांब .अब छैदांब्र, जौक्बषांबc१ब्रः हेमझं ब्रहिण ना । ठषम <रूी"jब्रडन्नब्रन गर्डौ cयtधकrण श्रद्रौ८ब्रव्र शकण ब्रांब्र cब्रा५ कब्रिब्र1. कूडक कब्रिrगन । cगहे वशङ्कडएक छैहाब्र थt१बांबूवक्रब्रकृ, cख्न कब्रिब्र निर्शङ इरेण । वशांप्नद इंग्रह यांनिब्र! विजब्रांब्र निकü गठौन्न थt१ख्छt८गंब्र कtब्र१ सबिष्णन । फषम cन्तोषभूषी यश्ाङ्गज अदिणप्ष नक्रयास्त्र छे”श्ठि श्हेब्र श्लक्ष्व१ण कब्रिtङ छेछठ श्हेtणनः । [ शक्रमुख ८णथ । ] फधन ब्रजऊँौख् बल बकtणांक श्रे८ऊ अङग्न१शूर्कक निज याब्रांवरण मर्डौब्र शृङ *ब्रौ८ङ्ग यदिडे इऐ८णम । यख्ञांकृशारौ क्रम नऊँौब्र निको जानिङ्ग ७ ऊंशरक श्रृङ ८बथिब्र पप्लग्न कथा फूगिब्रा গেলেন, শরদেহেল্প পাখে ৰলিয়া অভ্যস্ত শোক করিষ্ঠে লাগিলেন। তাছার নয়ন সলিলে বৈতরণী নদীর উৎপত্তি इहेण । भशांtन्नव जूठौग्न श्रृंद झाझ णहेम्नां विणां• कब्रिtठ করিতে পুৰ্ব্বাভিমুখে যাইতে লাগিলেন। তখন ব্ৰহ্মা, বিষ্ণু ও শনি এই তিন দেৰ সতীর শরীরে প্রবেশ কৱিস্কা ठांश ५७ ४७ कब्रिब्रl cषणिtणन । ८६ cय एांप्न गठौब्र अण *ङिङ इऐण, cगरे प्रश्ttनरें शूशाउँौर्थ द! भश*ीठं इहेण । শিব মায়া মোহিত হইয়া সতীশোকে ৰিলাপ করিতেছিলেন, बभव्छननैौ माब्राहे ऐशब्र कtब्र१ । दफबिन न नऊँौ शूनब्राब्र दश्रयश्न करब्रन, ऊष्ठनिन किनि निकल °ब्रद्धरकङ्ग अTां८म निमग्न थांडून, बकानि cषवभ१ uरेक्क” क्लिड कब्रिब्रा भशभांग्राब्र उष रूब्रिएख गाभिएगन । छैtशप्नब्र उtद फूडे श्रेब्रां यहांबाब्र cषांनंनिज थिएदग्न झलग्न *ब्रिछाiश कब्रिtणन । लिब eथङ्कठिछ् श्रेब्रा अॉवांब्र cयांनानेौन श्रें८णम । usदिएक श्मिां★णब्रचार्षr cममक शूबारौँ श्हेब्र गतविश्भछि द९णद्र भइयांब्रांड यूजां कब्रिप्ट थांप्कन । शूर्क श्रेरकरे नांभांप्री शिब्रिङ्गांजमहिबैौह eयंछि ध्रु७वंगङ्ग श्रिणन, <sषन छैiशंद्र $कांडिक-डचिरङ जाझ्डे श्रेब छैशिश गषcच चांविङ्कल श्रणब 1 ८क्मक यार्थना कब्रिरणन, cववेिं । अगि कैदीपान् ७ णांकूजांन्भउनूज थषर भांभनब्रन बिडूबनrमारिनौ*५क कछ <यार्षमा कब्रि ' उर्णक्डी ॐीशग्र थापना भून कब्रि cणन, भिtण ¢वनकोन्न कछांक८* अछ जहैcणन । अरेझt* ৰসগ্ৰঞ্চললে শিৱাজনৰ দীতিধিতে चन$ब्रांछिब्र शृभध्र भशथाँही अकां जहेइणन । हिबांगक छैiशंब्र जांभ ‘कौशै* ७ .~ ואיאfוא אזה "גfó)חקי" ויזיהאא ' SML DDDHHD DBBBBBBB BD DSYHHYS ब। नडी*शबथछि झिझक्रया दरेन७ फuगीककe । ।
পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টম খণ্ড.djvu/৬৩৬
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