বাস্থ্য অপ্রধান অর্থ छैस हरैरव, cशोभककfक जoषांम कई कर । जeशन कच ऎख शहैरण “केटङ कईनि थषमा' ७३ निद्रबाइनांदब्र इशनि षांफूद्र जयवान क* जर्षी९ cनोन कtई (aथमा बिछखि शहेरब ७ष१eयंथांन करनई दिएँठौब्रां विलखि इहेष्व । विरूद्रक शांफूछ यूथा कई फेङ इत्र, किरु ‘अयथांना कृशांशैौनां५’ dाई विप्नंश मिब्रमांडूनांtब्र छांश इहैtब ना । ছুছিতুঃপতি (পুং) হছিভূঃ পতিঃ বt খ্যাঃ আলুৰু সমাসাৰঃ। इश्डिांब *लि, कछांद्र चाभैौ, जांभाला। बिरुtन्न बभैब जनूक् সমাল হয়, যে স্থলে অলুব্ধ হইবে না, সেইখানে জ্বছিভূপতি vaहेक्र” इहैtव । छूहिछू (डी) cगरि विवाशक्किरण षनाक्किमांज्ञश शृङ्गजैडि ब्रा cनाशि श्री हेडि श्रुरुक्ष् (न९८नहेर्पाहेप्राङ् *ाङ्छांकुछfभांक्लभांडूनिङ्कृश्छुि । ॐ१ २I>७) निभाठनां९ Vöशंfछfख: । कड्ड! ॥ कृहिठारक नयtङ्ग •ांणन कब्रिघ्नां फेन्ब्रूङ श्रीज़रक नांम कब्रिटछ हङ्ग । शिष्ध्यङ्गt* wiांद्ध सिtसकन! कब्रिब्रॉ कछां८क जांन कब्रिtठ इहेररु, कछांझांtनग्न *ांखाँ*ांtखम्न दियग्न uहेक्र° णिषिऊ श्रां८झ ;-७-शैन, ठूक, अख्ञांनैौ, नब्रिज, यूट्स, রোগী, কুৎসিত, অত্যন্ত কোপন, অতি দুমুখ, চাপল, অঙ্গशैन, अक, बषिब्र, जफ़, मूर्थ, क्रैौदछूणा ७ *ांनी, हेशप्नब्र नश्ऊि कछांद्र विदांश् निcण वक्रङ्ठrांब्र *ांउक रुग्न । कनांनि vaईक्र° *ांख८क कछ नeनांन कब्रिtश न! । भांख, e१, पूबक, भ७िठ ४ ६दकब देशrमद्र नश्ठि शिवांश् निtद । ५ऐक्ल” *ांtब्लग्न गश्ऊि दियांश् निtण कछप्राँठ ब* यां*ौ नांtनघ्न झण «rtशं इग्न । फेड क्र° ७१ ७ cनांद विप्लवक्रt* *ङ्गैौन कब्रिब्रां जच्धबांन कब्रिtश । षशि cकश् कछ *itणन कब्रिब्रां विक्लग्न कtङ्ग, छांश इहेtन ठांशंग्र कूछैौ”ांक नब्रक रुग्न । बै नब्राक शमन कबिब यूज ७ शृशैष खनन कtब्र ७वः बठबिन कफूर्जन हेछ अबझांन कtब्र, ठठमिन **ाख uहे झर्कला cछांशं कtब्र, देशंब्र गङ्ग बTाथ cषांनिध्ठ अग्र श्ञ, aहे याॉथ छद्म शांड कब्रिब्रा निदानिलि भाश्नछांग्र यश्न ७ बिक्लग्न कब्रिब्र थां८क ० ।। श८५tखङ्गः:* श्लfनि शंद्रिेण चांश्चाश्विथ शूला शऎव। [ ఆ ఆs ] ईश षांtक । cदबल, वैहिांब्र! जिनका कब्रिध्नां थोदकन, लसिङ, गडावांशै, जिएडविक थकन जबू७१ नन्नन्न भांजtरू कछ। गच्थशांम कब्रिाऊ शऐप्र । जणांप्ख किङ्करउहे कछ गच्यमान कब्जिहरु म । वांशग्ना कछांरक विकू व मशrवरवद्र यौछिब्र जछ मांन कtब्र, छांशं ब्र' नांब्रांब्र* चक्रण श्छ, ७है कथां अंडिrछ णिथिङ आोएइ ।
- जड़ कछाँ१ प्रलैणांश् हब्रां★ हम्नtग्न ३श्वषां । नग्नांङ्गणंचक्रन्थं डाबद्दनंब थtडौ ॐड१ ॥ विकूङएख बना कछार मनांछि बिकू?ौडtछ । नगrङइब्रिजांजर अब विtथांडरांद्र s "(खचरैव अङ्गउिष*) भशनि गश्डिांद्र७ जनारज रूछांनान मिश्रुि हरेद्रांप्इ ।
छूहिळूज़ (झै ) इश्कूिडीवः । इश्ङ्-िच । कछांब डांब ।। छूहिङ्क”ठि (*१) इश्डूिः भठिः । जामांडा । झुश्कृिभ९ (बि) इरिङ्ग विनाप्ड २७ अषार्थ बङ्कन्। झहिछ्यूड । फूश (झै ) इशष्ठ देखि झश् कईनि कान् ( uऊिख भान् ब्रप्र छूयः कान् । भ1 ७४॥४०२) हेठि एउछ ‘**नि कृश्ि গুছিভ্যোবা ইক্তি কাশিকোজেঃ ফ্যপূ। ১ মোহনযোগ্য । २ cणtश् ! छूश्ञांन (जि) श्रुण्ड हैडि कूह कईनि लांनछ् । शांशt८क cनांश्न कब्र यांग्र । cनांश्नविनिहै । छूश (१९) शषाडि ब्रोजाग्न भूखएछन । छेनि श्रतििक्वाग्न श्र८७ छत्राक्षश्न कtब्रन । शशांठि निकू शकण विजग्न कब्रिग़ा गूणनिश्रtक विठt* कब्रिघ्ना निब्रांझि८णन । « ®ौघैौनिएकब्र लागमऊांब्र ক্রহ, উপর অর্পিত ছিল। বাতি ইহাকে নিজের বান্ধক্য , निम्न ठांझांब्र cयौवन eaiर्थनां कब्रिग्राझिtणन, किरू झश चैौ काब्र काङ्ग नाहे । ज्राहirउ क्षछि एक श्रेग्न अछिल” स्थानान করেস । • ”কুজা পরীক্ষাংকান্তস্ক স্বপোভি কামিনী বরং। वब्रांब्र छनरी,बैब्रि इकांब्राजीनिप्न ठथी ? শৃি"maালি তা । अङॉडरकोणपूजगंग्र छोछाडइनूदोन्न छ ॥ . छनशॉइज़ईसैनांङ्ग छांकांच्च वृदिब्रॉन्त्र छ । अकध tछव मूर्षीइ #ीक्ष्ट्रणाश गानिrन ॥ VIII . - Σθυν ব্ৰহ্মহত্যাং লভেং সোহপি ৰঃ ৰকষ্টাং দদাতি চ । नाकाब्र ७निम्न क्लब बूस्टन ध् विश्प्य श्गि छ । tषकबांग्न प्रपठांश् शखा नलवां★ौ कण९ जण्ड९ ॥" शृङ्tशिङ्गं cनिषि षषंt- - "वः कछ गाणनः कृत्वां कcब्रांठि कियब्र१ शनि । विन्बॉक्ष्मटणांtछन कूडौनाकर न शलहऊि ॥ कछात्रूबभूदीयक छळ उकठि श्रांठकौ । কৃষিভিfংশিতঃ কাকৈৰাৰদিয়াশ্চতুর্দশ । जुछwछ वाथtषांप्नौ छ ज जप्खचक मिन्किठ१ ॥ क्किीनैठ जानकांक्र पशफाव क्षिानिन६॥” (बकtर**ङ्ग )