पाँचॅकॉणनंt बनिéविचक्बि क्टिब्रांzष नक बॉलिक ७ श्वबंथांडैौह cषांकॉन्न क्ष चाप्श्। छैशङग्रो जमरा बूरु वित्रप्र८र पश्तीष आक्राङ्ग করিক্সে, प्रकांश क्लाई बांझ्णा ! DDDBB BHHHBBD DD BHHDDH DHSBBBBS cकोनण निक रूब्रिबहिष्णन १ 4कणषा cयांनॉफ्रांप्र्षन्न मूर्ध्न अंखि# कब्रिवीं चैौत्र अथाचनारङ्ग श्वब्रव्र विछ जनइब्रन क८ब्रम ; बांणछिप्न अंङ्गार्दिछ जोर छम्न श्रृङ्ग प्लेक्जश cजोणप्क दक्णि श्रिङ मदूल श्रेष्ण cजांनाळां६ फांशंब चहूड निचएको*ण cषषिबां একলব্যের দক্ষিণ হস্তের যুদ্ধাঙ্গুলি প্রার্থনা করেন। একলব্য शक्ररक छैॉशांब्र अछिाeयष्ठ बचित्*ी भांन कब्रेिब्र! बेिच मरुद्भ ब्लक श्रङ्गम ? बहांलांब्रउँौञ्च ७ई विदब्र**ां* कब्रिहण भएन झछ, छ९कांटन कि ब्रांब*ब्रिषाब्र, रूि गांथांब्रच अमनमाcज बांभनिच चबिब्रजांशांब्रटर्णब्र थथांन रूॐबा बनिद्रां गब्रिश्नलेिफ झिल। एलङ्गकमिशनकांtण €ौब्रांभळ्खरूढूंक बांब्रिक ब्रांचनरक लकांब caब्र१, দ্ৰৌপদী স্বয়ম্বরে চক্ৰয়ৰূপথে অর্জুমকর্তৃক মৎস্তচক্ষু ভেদ, কুরুকুলপিতামহ মহামতি তীষ্মের শরশয্যা নিৰ্ম্মাণ প্রভৃতি পৌরাণিক আখ্যান বাণচালনায় চরম দৃষ্টান্ত । नब्रदउँौ कारणब्र श्लूि मब्रगठिण१७ जैौब्रशश्क गहेब्रा यूरु করিতেন । জালেকসান্দারের এবং মুসলমানগণের ভারতাক্রমণ সময়ে রণক্ষেত্রে বহশত তীরন্দাজের অবতারণা দেখা যায় । আইন-ই-আকবরীতে লিখিত আছে যে, মোগল-সম্রাট জঙ্কৰয় *ोटङ्ग्न श्रज्ञांश्राग्न डिग्न डिग्न ७धकारब्रग्न ठौद्र, फूगैौम ७ शशूक ছিল"। ঐ সময়ে বন্ধুকের বহুল প্রচলন থাকায় বাণের দ্বারা শত্রু সংস্থার করিবার প্রয়োজন হ্রাস হইতে থাকে । তখন তীরন্দাজ সেনাসংখ্যা ক্রমশঃ কম হইয় পড়ে ; কিন্তু তাই বলিয়া যে তৎকালে তীরন্দাজ ছিল মা, এমত নহে । রণদুৰ্ম্মদ রাজপুতৰীয়গণ, প্রচও ভীলগণ এবং মীশাকপি প্রভৃতি झ६र्ष अनछा जांठौष्णब्र शैब्रषष्ट्ररू श्ल ब्रभएक्रट्ज माभिब्र श्रद्धकङ्ग कब्रिज्र' । हेश्ब्रांबांश्किांtब्र७ नt७ठांणश्रृं५ जैौब्र आहेब्र यूक कब्रिब्रांझ्नि । उाशंरक्द्र ब्रानविक्र अड्रड, जका ब्रि ७ प्रबिक्रिड यक्र नश्शब्र जनब्रिशरीं । प्रतूब बनांचब्रांण श्रङ आउडान्नैौररू गजा कब्रिद्र डांशंब्र cव जैौद्ध इंग्निड, फाश८ष्ठ भकब्र मित्रांठ दिवाब ८कन नाकाह३ झ्नि मां । ५थञ uरै विष्ठांब्र ग"{ "ड्डान पाँध्नe "#fteछांटनग्न कैफ" नावांबरगत बगtद्र वां*चित्र পরাকাষ্ঠী জাগাইয়া খাকে । c) Boonmanns wanslation of Aino-Akbari, p.109-112. (*) Tod's Rajasthan, * * . 海 § XVIII , 3. 絮 § [ ૧૧ ] stest 。擊 . বাণপুখ * ज्र जॉइड व बांशगा कनिष्ठां जप्र, अरु नयत इत्ञानैक *ांकांजी बर्णरज७ देशद्र पहण शक्कीच हिण । थाईौम औकजांख् िजैनषश्क नरेश शुरू करिज्न थाईन शक्न (ioaian)গণও ধর্মাণ হন্তে ক্ষেত্রে দেখা দিলে। গুটি প্রাচীন গ্রীন বা হেলেনিনবাসীর জঙ্গভন্ন পাখ পিঠিত। BBBBDD BDDBS BBBBB BBDDDDS DDS DD S खां७iण थङ्कठि दर्दब्रणङि, ७षम कि, बर्डबॉन छविचिाड ऐश्ब्रांजजङित्र अांत्रिशूक्द ५षर ऐश्णp७ष्ठ श्रांनिमदानैौ इंमগণও বাণপরিচালনায় বিশেষ পারদর্শী ছিলেন । ভজ্ঞদেশের ऐडिशनई जाचल क्tिखtइ ॥ পাশ্চাত্য জগতের স্বপ্রাচীন গ্রীক ও রোমকজাতির অভূ«tax igé sifist" ( Assyrians ) ir tę (Scythians) जांठिन्न भाषा अत्रगश्यूङ ब्ररथ झफ्द्रि पूक कर्मिथाब्र ब्रैौठि झ्णि । ७थन७ ऊषीकांग्र श्लूए९ थीनांनशाजइ अलग्नকলকাদিতে বাঁশপূর্ণ ভূণীরসংবন্ধ খাদির চিত্র অতি দেখা যায়। জাসিয়ীরজাতির বাণবিস্কার পূর্বপ্রভাব তাহাজের কীলরূপ ( Cuneiform ) ৰণমালা হইতেই উপলদ্ধি করা যায়। অনুমান হয়, বাণই তাহাজের প্রাণ ছিল, তাই তাৰায় ৰাণের অগ্রকীলকের অনুকরণে জাপনাদের অক্ষয়মাগা প্রাপ্ত করিয়াছিল। यान्नैौन मिनब्रब्रॉट्लाख डीब्रषश्रूग्न जङांब हिन मां । कांन्शैग्न, वांदिागांमैौज, भोशिंग्रं, लक, पांश्लिक् ७ यांछैौन नीघ्रनिकछांठिग्न भएथा शांणांtञ्चब्र दहण थष्ठगन्न हिल । श्रृंखब्रां९ अछूमान श्ञ cष, अङि यांछैौनकांप्न थष्ट्र ७ ईयू यूकछ cयषीन श्रज्ञ राणिग्र १भा झ्णि (gद३ जीथांब्रtण डांश६ विाश्रय यदङ्ग जिक्र করিত । 戀 বাণজিৎ (পুং ) বিষ্ণু । বাণভূণ (পুং) বাগধা, তুলন। বাণদও (পুং ) বানাগু, বেলা । शांशैं (श्रृ९) फूगैन्न। यां★मांना (जैौ) नशैप्उन । বাণনিকৃত (ত্রি) বাণাস্ত্র দ্বার জিয়। स११क्षfनन (११) ५कश्चन चश्चानिष् हरःि । ৰাণপথ (পুং ) ৰাণগোচর । বাশপথাতীত (ত্রি ) বাণপথাণ্ডিক্রম । , বাণপানি (ত্রি ) বাণাস্ত্র দ্বারা মসজিত। : বাণপাত (পুং ) , ৰাপলিক্ষেপ । ই দুখপরিমাপক। বাণপুখ। (স্ত্রী) বাণে জর্জ ও পুৰাগ৷ ”
পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টাদশ খণ্ড.djvu/২৫৫
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