श्रेियः श्रित ।। ५ऎ यस्य तििचिः श्नः श्ं ४छ्रे शूश महीं चरचिता धीश् चिद्धिं ီဖွံ့ဖြိုး काश श्केक, ८ष लर्कस cनरेकििछ मर्शनिक મહેન્નર, जांtग्नरे छनिrड श३tव । ब्रूछांटनद्रः ¥पडॉनिक यूनत्व थाइड श्र७ ७ नदील गावून ब्रांगांग्रर्मिक छक नक्रषcषणांश्नीध्ना हहेब्र थॉनिtछरह, निष्क अांनब्रां कांदांइ नचित्सं ऐतिहनि ॐषांम ফরিখেছি। পূর্বে খুরোপেও বায়ু একটি মূল পদাৰ্থ বলি গণ্য হইত। »७०० ई8ीtज कब्रांगैौ ब्रांगांइनिक भखिफ जt cद्र (Jean Ray) ৰাtsদান দেখিতে পাম ৰে চীন ও লীল ধাতু উন্মুক্ত স্থানে किमकर्षक इण्दिन घ१ कबिरन केशप्रब्र उब्रिर इरुि गात्र । इंइण्डि फैशिग्न भrन ५की विफरर्कन $मन्न इग्र । डिनि जबশেৰে স্থিয় করেন যে, আকাশের স্বায়ুতে এমন কোন পদার্থ आप्इ वांइ ५३ षांफूलद्र नरम कब्रांब नमदग्न ॐशप्नब भश्छि शक्षिणिखं शे, भवतः ५ऎ शबिणानां शाणिरॆ ऎशांग्काङ्ग ७बिस्-वृत्तःि হইয়া থাকে। এই পদার্থ যে কি,-তিনি তাহা স্পষ্টতঃ নির্ণয় করিতে পায়েম মাই। अष्ट:नन २७१s थुडेॉरक ८बरबी नांमक ‘अक्छन ऐश्ब्रांछ রসায়ন-বিজ্ঞামৰি পণ্ডিত বায়ুর রাসায়নিক পরীক্ষা প্রবৃত্ত হন। ইনি পরীক্ষা-কলে বুঝিতে পান ৰায়ুতে ইটী ৰাষ্প (Gas) अाएइ । "हे झऐी बोर्च्छात्र छोक्षण नकरक७ डिमि क्ष८थढे *न्नैौक रुद्भिद्रांहिरणम । ठांशच्च विचान श्ब्राहिल। ५३ झहेौ बारणत भएषा अकाँगै जैौषनषां★भग्न जष्ट्रकूण ५दर चनब्रध्नी प्लेशांग्र अफिकूण । अडेभिर्थ धृहैॉtजन ७थषय छां८*७ uरे बांच्क्रब्रग्न माम अॉक्-ि স্থত স্থা নাই। তখনকার গলায়ন শাস্ত্রে বায়ু বিশ্লেষণের প্রমাণ शषडेहे चांद्रह ।। ७ोडfब्र अिहेणौ षाडू dहे बांश्रघैौटक *Dephlogisticated air" ato offew ofton I wroto firm (Scheele) at tow Empyreal air worse अङिश्ङि कहिब्राप्इन । गरज कधीह कमछब्रानहे (Coudorcet) छेशएक Wital air आएम अििरक कब्लिाङ्गम । ४११s श्रृंडेरकङ्ग »ग आग जरूीब्र जिोनी गर्तयषप्य रेशद नक्रिक्व नधािन थाश शाम। ०११९ **ाश्च भांडूनिरु ब्रगाइब-क्लिारमब्र स्रग्रनाडा शक्षिणाफ कब्रागैौ ब्रनाइनरिलांगवित्र णाएछदांजिरब्रहे t Lavoisier) is 'ntifiks frus (oxygen) mits अिकिश्७ि करङ्गम । शशी क्षेौ वर्षे निर् िनःि श्रुजश्चाश्चिम , $’ ': Plambum Rubrum * * *tw *ia* *trw किड ४११२ नॉरन क्लनिक नलिङ झांकांज्ञकर्ड वाद् o fwton “Phlogisticated air" ntx wfwfw ensi क्रङ्गन। क्लक्ड़ान क्५ श्रेषत्र गम:इ पाँच्नुश्कि अम्बिनङ्ग गरिक बिनिऊ श्छ। क्रुि नांèांप्जरनग्न शश्कि क्नकब्राप्नद्र ८गरे निणन गणर्क नांदे । प्रउब्रार ब्रक वांडूमा गांtज कणकब्रांन দণ্ড হুইবার সময়ে কেবল মাত্র লাইষ্ট্রোজেনই আধলি থাকে। লাভোয়াজিয়েই ষে প্রণালীতে এই স্কুইটী পদার্ধে বিশ্লেষণ করেন, তাছার প্রক্রিয় লিখিত হইতেছে —তিনি একটী রুদ্ধ का5%ाह्य किशि९ ग्रांद्रप्त ब्रांशिग्नां क्रग्रक क्षिण *{छ अनदङ्गङ উছাতে উত্তাপ প্রদান করিয়া দেখিতে পান যে পারদের কিয়দংশ इङद{ हूगीकtब्र "ब्रिथऊ श्ब्रांरश् बदः क्रक गांजश्छि बाबून পরিমাণ প্রায় একপঞ্চমাংশ কমিয়া গিয়াছে। এই লোহিত চুর্ণ পদার্থগুলিকে তিনি এক কাঁচ পাত্রে রাখিরা উহাতে উত্তাপ দিতে প্রবৃত্ত হন। ইহার ফলে উহা হইতে একটা ৰাম্পের উদগম হয় । এই বাপটী পরীক্ষা করিয়া দেখা গেল যে ইহাতে আহুলক্রিয় সবিশেষ বৃদ্ধি পায়। লাভোগাজিয়েই সৰ্ব্বপ্রথমে এই পদার্থটি , अग्निरजन मान जडिश्ङि कटुब्बन । *जञ्चिजब” dौक छांबांग्न भक । Oxus अर्ष अग्न व ७नि७० अब Gen फे९गद्र कब्र । बांहीं चाग्न छै९नांशन करङ्ग छांशंङ्गरे जांभ जन्निरअम । जॉटलांब्रজিয়েই ৰিশ্বাস করিতেন, এই পদার্থ অন্ন উৎপাদলের মূল হেতু। क्रुिजांधूनिक शरक्षगाइ dहे षङ्गिनी जिब्रांश्छि श्रेबाइ। এখন সপ্রমাণ হুইয়াছে যে এমন এসিড, অনেক আছে, বাছাত্তে অক্সিজেন নাই, আবার জপন্ন পক্ষে ক্ষায় পদার্থেe (Alkalies) অক্সিজেম পরিলক্ষিত হইতেছে। जां८छांद्रांख्रिदइरें कि 6धकांtन qादे विक्लवन कजज्ञांछ करङ्गन, , कांशत्र शाषा कब्र बाहेरच्रइ । शांअश्लि पाँचूद्र चन्निजघ्नब्र গতি পারদ উত্তাপ দ্বারা মিলিত হইয়া গোহিষ্ণবর্ণ ধুর্ণ পদার্থ (Red Oxide of Mercury) botton wo or win org. नहेिrstजन जबकिले थारक । अजारिक डेछन ७३६णहिंड़द{ गता(विनिtररेश श्रृंतकांब अशभाश७भक्रिबन कण,<रे इंहे,*****ङ्गिनल इंद्र। अग्निरथम शृक्कू कब्रांत्र लेनाप्त
পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টাদশ খণ্ড.djvu/৩৫০
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