- शtछठ { fo चावृित्त्व कम आणङ भकप्अिब कश्नशक श्रृंडश्वभइ बtषा भिडौtनत्र कारवांशग्न, cनौछि, क्रिपंचद्र, भइब्र é छोमांज्ञांत्रण uहै *ॉफ़मै; cनशकिथिब्र मैश्वं, cऔछन, चैषज्ञ, इक, नेिर, इर्नी, ब्रवि स भने यहे अfüüी ? रोौडब्रांरभग्न छूरष५, वन, छांष्ट्रबिध ७ कृनॉमिशि महे कांब्रिटी ; इषांनिविद्र थब्रांषद्र ७ इनफ़ ५धहे झक्नेछैौ uद१८णौडब्रिब्र ब्रङ्गन्नड, cषक्नड, नंबांचब्र ७ घरश्चंद्र t “ . श्रमाइःषाउँ श्ष अन्ध्याख्: ऋर्षनिरून् जिन्। अथॉर्षिडॉनलान् वृहे इर्दtइरकूजनाक्रमः ॥ * ननश्बवर करवांचांद्र भूजद्विचा क्षांविदि। चांगावश्चापिंष्णः शृणॆ। श्वोशष्ां खश् । विनद्रांवनन्छ इरानृव्हजाजङ्गलहनिः। शूनब्रांनबन१ चकि महछ छitभjांवघ्नः नभ बनज कोइ१२ किभि९cबाष्ट्रविष्हाबाह दब्रः। ब्रांला एकहीपिछ१ ॐङ्गां श्रहैमांब्रांप्रर्णखनt ! जtषाह९ नर्कवृउच्t cबलांबूझब्रिडक् द९ ।। छष बझाiथजांभळ चtक्tनं पखमचबा: ॥ ফাগুৰুজৰিপন্তিম স্বয়ং সংপ্ৰেৰিতা: পুঞ্জ। नकिकि९ कूङ्गरछ cनांशनि भश उचिर्नककैक६ ॥ ক্রাদিপুরঃ প্রোবাচ প্রান্তং সৰ্ব্বং মগ্ন প্রভো । चश्वङ्गुीशमान: दूताश्वः शिशखषांः ॥ निह्यनब्रिtषा नन्द्रजा दकृwit८च्च ठरवनिह । * ए%ठ1 ब्राजl aनम्ब्रज्ञा अज़िंख्रिण बिमांछtा ॥ शशः न अॉकt१itग** इsiaणिब्रछावड । *विजौङ्कटcबसकि यांनात्रछ कूज९ घब ॥ किब्र९काण१ विजtञाॉ१i१छवठt१ नभtछ। बब ।। ক্ষ্যধ্যয়নযোগাচ্চ দেশে ধাতু পৰিত্ৰতা । भक्रीब्र नाठिपूरब्रशङ्गिन् ●रषtन पहषांछरक । बलिखिं नििश्चमूंच्छि खचि: श्रूणिह्निखls ॥ ७viव्रछ: कोलुम्न विषाक् बिर्ञि छु । दनिघह्थं चtननांच्च नवव१ वांछक अवt ॥ কঙ্কচে গ্রিমুখ্যেত্যে স্থপতে: স্বৰূন্তং বচঃ। श्रिख्यूcख्यू विtथवू ब्राब नूबब्रवजध९ ॥ cष गरॐठिक पिथ ब्राफ़्टवलबिवानिवः । ছন্দেীগা পিশাখাজা নীতিমন্ত্ৰৰিশাল্লম্বী: , अरुणः कछः आशंछरु रिअबूषाछा ५ष cठ । *छषा९ नििनि।। ८७ु खशिश्ाद्धि ब्र शंक्षिः । दक् ियजा: यजांtइब्रन् छरकाछ कोडिंब्रक्रब्र। कोछकूचबिाजागा क्tभा३झिन्इानिन्छ भन्न। मृ*ीलाब्र कष्ट्रtखडp: कछः नखणछेौचिअt: ॥ ब्रf7fब्रां६षदपtछांद्रां१ चतन्त्रांलब्रनग्निट्यौ । লিম্বাসঃ করছে তেজাঃ शकृिष्ण इहषtश्नः ॥ नश्वान् बनब्रांबाइयांइ गूजांन् कूबांबिकाः। cजबचिप्न। उ*कrछ ऎीtगी औभाखद्रां५ वथा ॥ औरे छांत्रिकैो भूजइ नांव कूणseइ नाचकां वांछ। भरे शकण भूरबत्र क्रश cक क्फ cरू cशके उॉर कूक वांद्र न । मरश्नबिटअत्र निरर्षीष-कूणनबिकांश निषिड चांदछ थिर्डीनब्र भूज बांध्वांकन्न करनख ८क्रर्ष बांन cश्डू पांएब्रज, cतौति शकिनांच्), क्रिदचंद्र पश्क्,ि' अकब्र गांकाश w * छोमांशगन ब्रांौ दलिङ्घ अं★ा ह्म ।* - ७क्tिरू बांtब्रव कूलनबिकांग्र औीमांभांइ५, षब्रांश्ब्र, इटदग्, cभौख्ब ७ नब्रांनङ्ग uऐ अँछि अमरे दांtब्रञ स दांtब्रठ बांचगंभरभब्र वैौजगूक्ष पनिद्रा नब्रिभनिङ ५ष९ ब्रांप्लेौद्र कूणनबिकांद्र खोनाज्ञांबण, बच, cबक्शर्ड, €ौह६ ७ झांनङ्ग ५३ नोछ जमहे ब्रांशैब जांच-- দিগের বীজপুরুষ বলিয়া সৰ্ব্বত্র প্রসিদ্ধ। ৰায়েজ-স্কুলপঞ্জিকা হইতে আরও জাময় জানিতে পারি যে, খারেজ পঞ্চৰীজপুরুষের अथखन रुश्*थब्रभएर्णब्र भाषाe ८कई दां८ङ्गत ८कह द ब्रौघैौब्र पनिब्र •ििउ श्हेब्ररश्न। यक्रण अक्शंग्र आपूर्मिक दाप्छात्र कूणश्चtइ cव गांनङ्गविद्रषद ७ उचाrछांजा अङांtवग्न कष निषिङ शहेबांtइ, डांश भूखिननऊ पनिद्रा भरम इह मा । সারস্বত ব্রাহ্মণগণ জনোঙ্গীয় সাজিক প্রিাগমনের পূর্ব তত্ততে ক্ৰমশে গ্রিাঃ পঞ্চলেঞ্চমুপাগমন। পুত্ৰ ষে পূৰ্ব্বপক্ষীরা: কাগুৰুজমিঞ্চলিলঃ ॥ tबल्लेtः शिष्ट्रभृ४ि: अछ अनार असिt कृङ+ tसः । बttर निभजिडl rव ¢य जांचनt sांगकांनिमः ॥ cमाडूड५ मईशैठर उनघः दानरू tळर्षिलः । ७्चtश्शशेिखं श्विt: ग्रषtātः शश्बकt: ॥ আগত ৰীেড়াশেংশিপাযুগলক্ষিতাঃ। छछrण भूबिख ब्रांज निवडः यार्षिष्ठाषकः ॥ बीगङ्गां बखिनः स्म नैषगवि श्शब्tमः । খাচে নিশম্য ৰূপতেঙ্গচুন্তে দ্বিজসপ্তম্বtঃ ॥ वनांtब tनव ब्रांङ्गांशांश tषवाजबांडूलि: नह । $n थोरङइनच् िबार ब्रांजपानीनभौगच् ॥ चोtब्रटहांtथा छ्थछritछ; tत्रt* षन६ छूबष्ठt; } अविाश्छज ●दनत्रांधि *छबूकम् मtनांश्ब्राम् ॥ তপ্ততে ভৰসংস্তত্র পুত্রদায়াদিভিমুণ্ডাঃ । हेषबाजबांङऋछदां९ ब्रांकृcनन-भियांनिम: ॥ মাতুলপ্রাবাগীশ মাতুলপ্রবর্জিত । जाडूरेणब्रगबैौथ्ख इrषांभ अच्षरण्षी ॥ इमैौछांtछष पिरांश्न: cनौछ्रद्रोजनमङ्गडः ॥ ब्राक्लीबः इथयांनॆौङ्गन् भूखकांब्रांषेिछिपू७iः ॥ י 1 tזאשtן יש לה ותt totsdottאחרוזי אדיrforsזיזה दिखां★नानांदा छथाषिकॉर्दछः भूजांfपकि इंभिक्षूछी द्धार्थाः ॥“ (cौफ़्डोचनषूछ चाraजकूजगडी) { ९) विचtकांद कूशैव लच बहेवl !
পাতা:বিশ্বকোষ অষ্টাদশ খণ্ড.djvu/৪০১
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