ब<ला ( जबङाब्र) [ \es } ब<ना (जबऊांब्र} ண रूिढ cग ५क ५क कब्रिइ णमूरबर शाथ कबिन। ब्राजा थदcलप्य cणरे ब९नI८क गयूजबर्ण मि८क• कत्रिकाङ्ग ििवड क्रेब्र। tनप्णन । घृणडि मिप्क्रण कब्रिप्टक. फेछाउ श्रेष्ण, क्षको कश्णि, ब्राथन् ! जषिक दणनाणी ब९ना नक्न थाकारक डच* कब्रिह्क्, जड4द ५lहे गांभङ्गछtज घांमांएक मिcभ* कब्बिरबम म । इश्रकाइ मधूकsाकै . ब९ना ५ऐक्रन चइनब्रवाका सणिरण नछअड फाएएक कश्tिणम, भ६नाक्रएन्। आमात्रिाक. cबाश्छि कझिउटइन, चाणनि cक ! • आबद्रा *रेक्कनं वैौर्षाभtर्णमै अलक्लङ्ग कथम गर्नम व अं५१ कहि मांदे । चानबि ७कचिoव• *छध्वाजब दिइएक ग८ब्रांबद्ध कriखं कब्रिtणन, जाननि बिकहरे नाक९ छनरान् इति । फूडनरनब्र यबtणब्र अछ ७३ वनक्लब्रछात्र थाइ१ कब्रिोप्क्ष्म । cर श्रृङ्गक्प्अक्ने ! चानमारक ममकाङ्ग, दिएछ । चाणनि ऋो झिकि ● अंणtइके कर्ड, चांद्र बोइन दिनक्बल (रूसन्जएनब्र बूषा जाच्च ७ चांवइ ? चां★मि शैोणाव्हाण ८ष cव चवडांब्र कृण शाब्र१ कदङ्गम, cन नमूदाब्रहे थॉलिनंcनब्र नवृकिन्न कांग्रन। चां°मि cव खेरकएनं ५३ ज९माङ्गन थांब्रन कब्रिज्ञांद्रह्म, फांश जॉनिtड हैधह कश्वैि ब्रांब नष्ठाद्धष्ठ हेखrांबिक्करणं बिविष खङि कबित्ण भइ वरनाझनै क्कूि ७शत्क कश्णिम, cश् अब्रिनाम ! चञ्च श्रेष्ठ १ ब्रिवण भएथ) &बण्णांक7.७णब्र-जजक्-ि जरण निमधा श्रव। · tबtणांका षषम अणब्रजरण मश इहेष्ठ थाकिरव, जॉधि cनहे जमtइ ●क वृश्९ cमोक। cअङ्ग१ कब्रिष। थे cबोक cछावान्न मिकके ठेनश्डि इहेरच। फूभि बावडीौत्र उदषि, कूण ७ वृश्रीौज अवर नमूनांग्र थागै णहेब नएंकिंगप्नद्र नश्डि ३ cमोकाइ चारबाश्र्थभूर्त्तक कविशिष्णङ्ग अक्रख्रजावरण আলোক্ষহীন একমাৰ সাগরে স্বস্থিরচিত্তে ভ্ৰমণ কঘিৰে। DDD BBB DD DDBB BBBB BBBS BDD DDD चत्र६ उनश्डि श्रेद । फूबि वशगर्न चाहा * cनोकथाबाब्र शृट्षं नि विषि । चाक्षि खशिशिरं॥ ७५१ cखांबन्ाि गशिख cनोक जांकई१ कब्रिइ रखकांण ऊंचीब्र बिश्वांबणांभ हइ, उडत्रिम गबूरज षिकद्र१ कञ्चिव usषश् थे मथन्न cडांबांरक नब्रडचश्रिद्रक ऊरलाभप्क्4 ७बनाम रूद्विव । थ९नाक्रनै विकू ब्रांचारक ७हे कथा वणिदा थडरिंड हश्नम । विकू षडविन जाल कब्रि। cभएजम, ब्राबो उद्यक्मि योचर्न कबिरङ जानिएणम । चमडङ्ग नखाजफ अषरणाकन कबिrणन,-नबूझ्षांच्चांकर्षेौं वरुिङ बशरबष कईक cदना चाकविख श्रेष्ठा नकक्रिक शृषिर्दी प्रादिङ श्रेण। उनक्न्6क्क्रण चाड झझिझिणम, गज्राबरू ०गरेष१ खि पक्षिरुधिरख स्ट्खिश्च वर श्, ma-umumummw............................................................MNowww cमोका ठांशन्न निकके डेदिछ एऐन, ब्रांब यावडीौद्र वृकोक्ि ७ या१ि११ णश्च शशिक्टिश्च नरिक्त वै cबोकाइ श्रादब्रांश्न कब्रिट्णन। बूनिन१ बीउ हरेब्र कश्ष्णिन,.७३ नमग्न ७कमाज उभवान् विकूरक क्लिड कङ्ग, फिनिश् मणणक्षिांन করিবেন। 態 Ᏹ☾ जनडग्न ब्रांछ पथम उनषांन्ङ्ग क्रिडा कब्रिाउ शांत्रिएणम, उषम वशगाणब्र मtश अक श्रृंजषाँग्री अभूठ cषांजम विसृष्ठ স্বর্ণমন্ত্ৰ মংস্য জাৰিভূত হইল। নৃপতি সপ্তই ইয়। ঐ মৎস্যেন্থ पूरन गबिज्र बाब ८नोका बरुन कब्रिा मधूरक्ष्मज्ञ ज्व कङ्गिरड पञाम्रछ कहिरणम । Ç ब्रांज करिष्णम, अविच्च दांब्र! वाशनिtभद्र चांकडान भाझछ ब्रश्ब्रिाप्ह, प्रङब्रां५ अबिछात्रून नश्नांब्राअरब वाशब॥ क्लिछे रुहेरङtइ, कांशं ब्र! ५हे नtणां८ङ्ग वैशिब्र जष्ट्रGtइ श्रांयाब्र ब्रिज मिज कईबकन cबाष्ठम कब्रिघ्र बांशद्र cनबा वांद्रा ब्राभश्हा পরিত্যাগ করিতে সমর্থ হয়, আপনি সেই মুক্তিপ্রদ পরম গুরু इइंग्र आधाणिप्भब्र झबब्रअश् िcझमन कक्रन । cषङ्ग* cब्रोन) अध्रिनश्चरभं निमिण श्इ, ७२९ वर्कीब्र वर्ण जोख् करङ्ग, cनहेङ्गण गूक्रब ऍाशब्र cनदी कब्रिड्रा जांभाग्न भणचक्कन् जखांम*ब्रिउTाश এবং স্বরূপ উপার্জম করে, সেই ঈশ্বর আপনি আমার শুরু एकेञ । अङ्ग्रेक्र” विविष खद कल्लिच्चा छैशरक कश्णिनं, आधि खांबणारङब्र जछ जानमाद्र नब्रभांशङ इश्णाय, छत्रबन् ? श्रृंइमार्षत्यकाञ्चक बाको दाब्रो झनक्रमकूङ अङ्किङ्गण, कश्काब्रानि cछ्षत्र श्क्त्रं । * স্বাঙ্গ এই ক্ষৰ স্বলিলে ভগবান সাগর-গলিলে ৰংগুক্ষপে DDDD DBB BBD DDD DBBBD BBBBB C BBBBBBBBDDD DDB BBC gDD DDDDD DBBB করিলেন । - # नृनरुि अबिक्रिभत्र शश्ङि cमोकॉरड फेनद्रवनन कब्रिब्रः छत्रवारमब्र बूष नश्लबरौन चांचफर ७वर मनोज्म cबन बब* कक्लिएणम ! जमखद्र यणtइद्र जषगांब इश्रन क्कूि श्ब्रह्मैौषरक गश्शब्र कब्रिइ अचकांक cदक <थडा-चि कञ्चिरणब । ब्रॉन-क्खिांमनन्छ ब्राजी नऊाउछ विकूब अनारद ध्वबचफ घइ मारब श्वाङ इन। ईशब्र गूबाविद्र क्विब cबक्रख्रब ७श्बण लिभिङ थाइ, अहे जबडांइ गङाबूरन। ऐशद्र छन-मालिब थएषांবেশ শ্লোভিমতের খুন এবং জাঙ্ক মন্থৰাক্ষায়, বর্ধ क्नछाय, ब्ङ्कसिद। চান্ধি হতে শখ, চক্র,গদা ও পদ্ধ। वरडक ছি এ জন্মৰ লোৰেন্থত। , , , . 泷” 2,
পাতা:বিশ্বকোষ ত্রয়োদশ খণ্ড.djvu/৭৫৪
এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।