পাতা:ভারত মহিলা - হরপ্রসাদ শাস্ত্রী.pdf/২৮

এই পাতাটির মুদ্রণ সংশোধন করা প্রয়োজন।

ఫిష్తీ फोब्रम्लाष्ट्रिको । ब्रव*वै ●iछेौल खान्नङषtर्ष, धबब कि ७थञख चट्टनक ८मचा बांछ । कखकखणि त्रकूनांख्न cबारकब्र नरकान्न जांटरू cक् जाबांदिरभङ्ग cरूरवं बेंोप्जा कनि८त्रव्र दिनाविकर्मङ सिग्नश हिल ना, श्खइट्स cuवज्ञान क्लौटणाटक ८क दल मांनौबूखि ७ कलह कतिब्बां नयब्राछिপঙ্কি করিয়াছেন । কিন্তু তাহাদিগের একবার অন্ততঃ ব্যাসসংহিতার বচন কয়েকটা পাঠ কৰু কৰ্ত্তব্য । স্ত্রীলোকের হস্তে खक घनंगैौब्र कर्म्यबां८बब्र छांब्र हिल नl, डिनि श्राङ्ग बारबुब्र छिंसृ! कब्रिाउन, छाशब्र नाग cन खूब्रानौ । शानमःश्छि। श्रृई कब्रि। बब्बर् बरन छब्र cष क्लौटशांक यनि cनGब्रांन झहे८ऊ घांनौ wiईTस्ड সকলেরই কাৰ্য্য করিল, পুরুষের কার্য কি ? স্ত্রীলোকের মানসিক উন্নতি কিরূপ ছিল তাহারও কতক প্রমাণ স্মৃতিশাস্ত্র इक्वे८ठ श्रांeब्र शाच्च । बTॉन व्ञहै बलिब्रांटक्कन जैौळणांक ८षब नाखिक बा इड अंद९ चाब ७कथम बनिडांप्इन जैौष्णाक cदन cरुहूवांम =ांश निकै नै कcञ्च । cशङ्कवान कबिcख बांब्रन कब्रांद ७ नांखिका नुि८षथ कव्रfब्र ग्लोटे व्यवशंछि छहेरब cष नान्नैौथं* পূৰ্ব্বকালে হেতুবাদ করিজে শিখিত এবং অতি দুরূহ श्रेचबडरू ब्रिक्ल** बिश८घ्र नभृप्त्र नमदृच्च क्रिख कब्रिएठ । वचनशदिएछ} श्लकाश्चाङ्कं चैौग्णाल्लब्र' हुबा रु।। ७#निबि बन्ध बङ्क्त्रि बाहे । ङिनि छैहां८कब्र थशांन थषांन खtणंब eवंशं२गा कब्रिहcछन ॥ tअवश नश्यकनड: खे६ङ्कडे जैौम्नब्रिtबब ७कठेि फेबाहब* दिबोध्छ्न | "श्रृङ्गैौ पनि चाबैौश्व क्ल बूझिन्त्रा क्वाःबन 4क्९ ऊँोक्संह्न बचंकूिजां इन छ८व शृंखट्वाकद्र छ{ब्र चावंय नारें । ठांह श्रक cमहे झै८णांक हाब्राङ्गे षन्द्रं चfकjन थहे बिद# कशनॉछ हद्र । BD DBB DDBBDDDD DDBB BDBBB BBB