পাতা:রামায়ণ - লঙ্কাকাণ্ড (গঙ্গাগোবিন্দ ভট্টাচার্য্য).pdf/৩৪৯

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ΗΗΗΗ s πτιπ4 Ι पठe.कांटन ङिनि निकांच cप्रथादिकें इ*म्ना भछिन*ांऊ প্রসঙ্গে জায়াকে কহিয়াছিলেন ; রে বলগৰ্ব্বিঙ্ক রাক্ষলাৰম । আমার বানর মূৰ্ত্তি দেখিয়া যেমন আমাকে স্বজ্ঞা कfब्रनि, छगनि श्रांयlव्र मTiग्न मझांबन कांज्ञांकtख बछ्न६चr बांनद्र cपहाव्र विमांt=ब्र अनाझे छद्म 1झ* कङ्गिाब । श्रांगांग्न चक्ञ्चात्र नद्रिनाम कथनश्। ड्रेर बृकिरउ •ोब्रिवि । निश्वाञ्त्र ग५ । जांब्र ब्रडाद्र निबिड ननकूदन७ चांगाएक ५है बनिष्ठा অভিসম্পাত করিয়াছিলেন ; রে হতভাগ্য মুখ। জুই ब्रार्थन कांबाई झझेब्रा £हे कांगिनौट्द्र दिशांनमौरव्र छांनाबोलि, BDD DDD DD DD DDD DD DD DBD BE DDDS बाहेप्व । सिक्र् उ६नाच्न बग्नम्न कनाङ्ग कोब्रभe चागि बक्रचाए• आक्लास्त्र श्रेब्राझि । चण्ठuाव cश्। क्लिकनं নিশাচরগণ। এক্ষণে তোমরা আমার এই সমস্ত তরকারণ चगभंउ रुईब्रा यांशष्टऊ भग्न छ अन श्ञ, मरनारयांश भूगर्वक एठाझ्tब्ररे ८कान नकृणाङ्ग फेड़ावन कद्र । आचाग कौथनांङ्गछि নিশচরের রাজধানী রক্ষার্থ গোপুরের উপরিভাগে সাবयांrन चयवश्रहांना कब्लक ।

    • वनिग्ना ननांमम चांबांग्न कश्नि, चाइ ब्रांचनकां* ! দেখ, আমার রাজধানীর মধ্যে বাছার রণদুৰ্ম্মদ, একে একে eवाग्न नकरनरे ब्रननाद्रौ शऐग्रा चत्वादिष्ठ शङ्कायाछन। cछांभ कद्रिरङrइ, भांनिe usक क्रन्T*ाब्राजिचक्रे हरेझाक्,ि अकt* sगन चौब्र चाब्र ८क चांदइ, cव नश्याrग cन३' सद्रावानब्र

éवां+ न६हांद्र काव्र 1णकeaब ममरचं चाब्र बिंश्नच ना कब्रिग्रा