পাতা:রামায়ণ - লঙ্কাকাণ্ড (গঙ্গাগোবিন্দ ভট্টাচার্য্য).pdf/৬১৪

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  • fमूरलएव भयांनिनैौत्र माझ कर्षाकांर्थी विरदक-*fब्रचना DDDS DD DD CBBBS DS DD DCD MBBD DDDD S चग्नि ८म ची *कएकग्नि । चमग्नि नाँ*ौञ्चनैौ यत्रह्tब्र । uाकनिरन ब्राझा निकै क इवेन ।

u्र चलिनां ौिनt गौङ। ८छtनम झ'ड्रग्'झटिष्म ; 4मम नमtग्र तक बड़, ऋएवांथ eनच्-ऋकांव प्रगांव' मामक अभtप्ठा भनाकविशैनl cनवैौ ८ब्राश्निौब्र नाiग्न ऊँीश८ग्न ८ब्रlनन DSDSDS SDDDDS B DBBB BDu BB CHSDDDDDHBD नि + शमन वह्नेिरठ F1शिष्ट्रगान ; ठ६कttन श्रमाॉना चनमाँCCDDS DDDD DD DaDBB SGSDDD BaaS aDBB বারংবার নিষেধ করিলেও, তিনি তাহীদের বাক্যে কর্ণ •॥ड न झfवनि1 श्वझtझ ब्रtझगतििश्चदिन fन्ना कनििष्ट्लम ; नश1ः नाज ! ५नि, चlननि भशक। ऎवश्वविप्4न चशूण eगश्-कूटসস্থত। ধৰ্ম্মপথ পরিত্যাগ পুৰ্ব্বক নারীর প্রাণনাশ করা कि ख्वापू- गाखिन्द्र अष्ट्रङ्ग” कार्ष ? चा”नि पञ्चन जन्तচর্ঘ্য बुखश्छैिtम পূৰ্ব্বক বেদাধ্যয়ন করিয়া গুরুকুল স্বইত্তে गगांबर्द्धन कब्रिग्नाटझन, uय६ वयांविधि नtद्र°if**ांक्ve निष्ठा य गरइज्जामेि कार्य गच्-ांनन कfद्रग्ना यवानिङ्गटन ब्रांज्ञा *tतन कब्रिाप्ठtझन, डचम कि चां★ांनtज्ञ मtद्रेौवtव €इति रसद्रा कब्लिङ ? ब्राच नग्नाज ! अागि निद्र श्रृक्षक निवाब्रण कञि, चामाग्न भशूदब्राथ द्रक्र कक्लन्न, मगंख क$न, गौड चषमा, श्t॥ 4॥१५५ ब्रिट्ण भthनtह्म f*इबtम coौत्रश्च मारे ; बद्र६ विनभ* अष*नाटकज३ गजानना ; नष्ठ५१