পাতা:সাহিত্য-সাধক-চরিতমালা তৃতীয় খণ্ড.djvu/৪৭৮

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मरौनकक्ष ७ ३ॉक्ष्ण-जाहेिठा 教搅* ग्रंहैिंtठ जाहेरठ (मौका ?महाँ* घाटके गैशहणे,५११थांबद्रा रशिय' बांबूद्र दाएँौम निरक कृजिनाम। cशालग्न लाईन नग्न हरेशांशाख गऔद* सीं गं शोषं श्रेण । ऽंशम्र ५छ् चtं॥१ ७णी७्री श्रैशtणि बनिो उिनि थोरउ dहेश्वरम क्रेष्ठ श्रारम्लन माहे शनिग्रा आशब्र कोtइ बtषहे क्रय काश्लिम । लिमि थाशारक हकिन शाख थाहनं अप्लादेश *काँहै शरद्र जईरशम, tदः झद्राण क्झिानांद्र शनाहेशा शशिश रावृट्क भरग्न हिाणन। शनिलांब cभः रुश्शिाबूझ रyरूषाम। ७क/* শিবালয়ের সঙ্গে লাগান একটি হল, এবং গুছিার অপর পাখে দৃষ্টি কক্ষ। হুগের চারি দিকে প্রাচীরের কাছে কাছে দুই চারিখালি ८को ७ कूशन७ब्राणा (क्रब्राब्र ; झब्रान शिशनात्र छनग्न श्णि ! थाशैtब्रह গায়ে কয়েকখানি ছবি, এবং ফলের এক কোণায় একটি ছামোনিয়া। चाशि करक्रग्न नअ oविाट cशषिtठ मणैवबाबूब गरज कषी कश्tिठছিলাম। অঞ্চয়বাৰু পার্থে বসিয়াছিলেন। অকস্মাৎ পশ্চাং হুইতে কে चनेिंद्र चांशtरू छप्लाहेष्ठ शहिण । वाणि कुशक्ट्रिी मूष क्ब्रिाहेक cगषिणाय, ७को ७कश्ाग्नcोव्रक्4 श्रृङ्गस। गाषाम्न कूठि ७ गविरु ८कथं, छद्म इ*ि नाठिकूण नाठियृश्९, क्रुि गवृकल ? ब्रॉनिक फेब्रख्, चशग्वी भ्रूण ७ *श्छशांश् चॆ१९ शनिषूढ़ , टशिङ्ग छेश्म शं अंश्७ cनैizकह छांफ़,-चक्षठान्न दूक्षिठ । शैर्ष रुक्मि dौब, भूष७ मेंद९९ शैर्ष ७३१ इन?छ । श्रtत्र वाह भर्षyछ अकन्नै मांबांछ गिब्रॉब, अद{ भक्षिाम महनशक भूठि। cशविर बांब३ डैिपनि श्गा, गाउथ,४ ggB BBBBB BD DS DDDDD BBB BBBBSBBB BBB BBD SS DD DDDDBB BBB BBD DBB BBBBBS चिनिथावाप्क नक्काद्र कब्रिएल चरणद्र बी चिा तूक अम्नारेवा पब्रिएनब *पर शनिद्या वनिtणन-"गठ गठाहे कबून cषषि चांबि cक ? चावि